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Faridabad NCR

अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल में

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल ऊंचाइयों को छूते हुए एक नया आयाम स्थापित करने जा रहा है सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल अपने विद्यार्थियों को नयी सोच के साथ नये – नये अविष्कारों को खुला मंच देने की तैयारी कर चुका है जिसके लिए अटल टिंकरिंग लैब की व्यवस्था की है जिसमे विद्यार्थी स्वयं मशीनो का प्रयोग करके नई – नई तकनीक विकसित कर सकेंगे। जिसमे ड्रोन,रोबोट,टेलिस्कोप एवं विभिन्न प्रकार की मशीनो को बनाना एवं उसका उपयोग आदि की तकनीकी शिक्षा अर्जन करना है।

अटल इनोवेशन मिशन के तहत भारत में स्कूलों में अटल टिंकर प्रयोगशालाओं की स्थापना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करने और जूनियर से सीनियर विंग के छात्रों को कोडिंग के लिए, इसके कार्यान्वयन के लिए निति आयोग की एक विशाल छलांग है। देश में परिवर्तन और उघमिता इको सिस्टम के लिए निति आयोग में अटल इनोवेशन मिशन की स्थापना की गई थी। अटल टिंकरिंग लैब अटल इनोवेशन मिशन की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य वैज्ञानिक रुझान विकसित करने के साथ-साथ युवा मन के बीच जिज्ञासा और रचनात्मकता की भावना को विकसित करना है 7 भारत के विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए राष्ट्रीय संस्थान (नीति आयोग) भारत सरकार, जनवरी 2016 में पूरे भारत में स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना कर रही है। भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय कार्य योजना की शुरुआत की। इसने स्वरोजगार और प्रतिभा उत्थान के साथ-साथ अटल इनोवेशन मिशन का शुभारंभ किया।

यह भारत की केंद्र सरकार द्वारा शिक्षा प्रणाली में उन्नति लाने और भारतीय छात्रों को प्रदान की जाने वाली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए एक नया विकसित दृष्टिकोण है निति अयोग ने हमारे भारत के अटल युवा दिमागों के लिए अपने ‘एटीएल ऐप’ विकास मॉड्यूल को लॉन्च किया है। इसमें सभी एटीएल स्कूलों में से प्रति माह उत्कृष्ट विद्यालय को पुरस्कृत किया जाता है।

सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल, दयाल बाग, फरीदाबाद भी भारत के उन स्कूलों में से एक है जो अपने परिसर में एटीएल सेट-अप के लिए चयनित और स्वीकृत है। इसलिए स्कूल इस प्रयोगशाला के विभिन्न घटकों का अध्ययन करने के लिए काम कर रहा है। स्कूल फरवरी महीने में अपनी एटीएल लैब का उद्घाटन करने जा रहा है। स्कूल ने एक नये तकनीकी  प्रबंधन के साथ तीसरी से 12 वीं कक्षा तक दिशात्मक पाठ्यक्रम तैयार किया है। स्कूल कृत्रिम बुद्धि, आभासी वास्तविकता, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, कोडिंग लागू करने के लिए 2021-22 अप्रैल से नए सत्र में छात्रों को यह तकनीकी मंच प्रदान करेगा 7 जो डू  इट योरसेल्फ  पर आधारित होगा।

निति आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार एटीएल का एक व्यवस्थित दृष्टिकोण प्री -टिंकरिंग से पोस्ट टिंकरिंग के माध्यम से आगे बढ़ाना है। विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती शुभ्रता सिंह ने बताया कि सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल इसको सख्ती से पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह शिक्षा जगत में एक औद्योगिक क्रांति का क्षेत्र है जहां हमें सभी विषयों और उद्योगों में भौतिक और डिजिटल दुनिया को जोडऩा है। यह एटीएल परियोजना को और अधिक संभावित बनाता है। यह कदम विद्यार्थियों को नई दिशा प्रदान करेगा एवं रचनात्मक शिक्षा की ओर अग्रसर करेगा।

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