Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj :ब्रह्माकुमारी सेक्टर 49 केंद्र की इंचार्ज बीके मधु आज सूरजकुंड रोड स्थित श्री सिद्धदाता आश्रम के अधिपति श्रीमद जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज को राखी बांधने के लिए पहुंचीं। वह हर साल स्वामीजी को राखी बांधने के लिए पहुंचती हैं।
बीके मधु ने कहा कि वह स्वामजी को कई साल से राखी बांधने के लिए आ रही हैं। उन्हें स्वामीजी से बहुत स्नेह प्राप्त होता है। वह हंसमुख और सहज स्वाभाव के धनी हैं। उन्हें देखकर ही लगता है कि वह किसी का दुख नहीं देख पाते हैं और उनका पूरा प्रयत्न मानव जाति के उत्थान के लिए है।
इस अवसर पर श्री गुरु महाराज ने कहा कि उनके मन में ब्रह्माकुमारीज के लिए एक आदर का भाव है। यह संस्थान महिला जगत को एक सम्मान जनक स्थान दिलाने के लिए अहर्निश भाव से सेवारत है। लाखों की संख्या में लोगों के हृदय परिवर्तन कर परमात्मा की राह में लगा रहे हैं और शांति के वातावरण को बनाने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीके बहनें हर वर्ष आकर उन्हें रक्षा सूत्र बांधती हैं। उन्हें अच्छा लगता है। हमारे सनातन परंपरा में रक्षा सूत्र की परंपरा आदिकाल से चली आ रही है। जिसका निर्वहन हम यहां कर रहे हैं। हमारे यहां भी हर रक्षाबंधन के समय सतशिष्य परिवार आकर हमें रक्षासूत्र बांधते हैं और अपने कल्याण की प्रार्थना करते हैं। उन्होंने बीके बहनों को प्रसाद और गिफ्ट देकर विदा किया। बीके मधु के साथ पूर्व पुलिस अधिकारी आशा कुमारी ने भी श्री गुरु महाराज का रक्षा सूत्र बांधा।
बीके मधु ने कहा कि वह स्वामजी को कई साल से राखी बांधने के लिए आ रही हैं। उन्हें स्वामीजी से बहुत स्नेह प्राप्त होता है। वह हंसमुख और सहज स्वाभाव के धनी हैं। उन्हें देखकर ही लगता है कि वह किसी का दुख नहीं देख पाते हैं और उनका पूरा प्रयत्न मानव जाति के उत्थान के लिए है।
इस अवसर पर श्री गुरु महाराज ने कहा कि उनके मन में ब्रह्माकुमारीज के लिए एक आदर का भाव है। यह संस्थान महिला जगत को एक सम्मान जनक स्थान दिलाने के लिए अहर्निश भाव से सेवारत है। लाखों की संख्या में लोगों के हृदय परिवर्तन कर परमात्मा की राह में लगा रहे हैं और शांति के वातावरण को बनाने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीके बहनें हर वर्ष आकर उन्हें रक्षा सूत्र बांधती हैं। उन्हें अच्छा लगता है। हमारे सनातन परंपरा में रक्षा सूत्र की परंपरा आदिकाल से चली आ रही है। जिसका निर्वहन हम यहां कर रहे हैं। हमारे यहां भी हर रक्षाबंधन के समय सतशिष्य परिवार आकर हमें रक्षासूत्र बांधते हैं और अपने कल्याण की प्रार्थना करते हैं। उन्होंने बीके बहनों को प्रसाद और गिफ्ट देकर विदा किया। बीके मधु के साथ पूर्व पुलिस अधिकारी आशा कुमारी ने भी श्री गुरु महाराज का रक्षा सूत्र बांधा।