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Faridabad NCR

चंडीगढ़ है हरियाणा की राजधानी और हमेशा रहेगी : प्रवक्ता वंदना पोपली

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 4 अप्रैल। पंजाब सरकार का चंडीगढ़ को पूर्ण तौर से पंजाब को देने के विधानसभा में पारित काले प्रस्ताव के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी दृढ़ता से खड़ी है और इस काले प्रस्ताव की घोर निंदा करती है। चंडीगढ़ शुरू से ही पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी है और चंडीगढ़ पर पूरा हक़ है। चंडीगढ़ पर हरियाणा के अधिकार को कोई एक तरफ़ा प्रस्ताव ख़ारिज नहीं कर सकता। आम आदमी पार्टी हरियाणा विरोधी पार्टी है। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता वंदना पोपली ने फरीदाबाद जिला कार्यालय पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए यह कहा। प्रेस वार्ता में जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा, जिला महामंत्री मूलचंद मित्तल, जिला मीडिया प्रभारी विनोद गुप्ता और सह मीडिया प्रभारी राज मदान व नरेंद्र जैन उपस्थित रहे। वंदना पोपली ने कहा की पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार दोनों राज्यों के आपसी सौहार्द को बिगाड़ने का कार्य कर रही है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल पंजाब के सीएम भगवंत मान के फैसले को एकतरफा करार दे चुके हैं। इस तरह एकतरफा फैसला लेना निंदनीय और असंवैधानिक है। अरविंद केजरीवाल को हरियाणा से माफी मांगनी चाहिए। ऐसे फैसलों की लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है। उनका कहना है कि चंडीगढ़ हरियाणा की राजधानी है और चंडीगढ़ पर हरियाणा का हमेशा पूरा हक़ रहेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर 5 अप्रैल को हरियाणा विधानसभा का स्पेशल सत्र बुला रहे हैं और विस्तार से इस विषय पर चर्चा करेंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ भी हरियाणा में लगातार विरोध दर्ज करा रहे हैं। प्रदेश प्रवक्ता वंदना पोपली ने कहा कि आम आदमी पार्टी मुद्दों से पंजाब की जनता को भटकाना चाहती है, जो वायदे करके आये थे वो पूरा नहीं कर सकते इसलिए लोगों को मुद्दों से भटका रही है। पंजाब में अलग बात करते हैं, हरियाणा में अलग फिल्म दिखाते हैं। आम आदमी पार्टी एस वाई एल को डेड मुद्दा कहते हैं। सतलुज यमुना लिंक नहर का पानी हमारा हक़ है और हरियाणा की भाजपा सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। आम आदमी पार्टी फरेबी पार्टी है, जहाँ जाते हैं झूठ फैलाते हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी कई बार कह चुके हैं कि अरविंद केजरीवाल पंजाब में पानी रोक रहे हैं और दिल्ली में पानी मांग रहे हैं। इस दोगली और फरेब की राजनीती पर उनको अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पारित किए गए प्रस्ताव का कोई महत्व नहीं है क्योंकि पिछले 55 साल से चंडीगढ़ पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी है। चंडीगढ़ हरियाणा की राजधानी है और हमेशा रहेगी। एसवाईएल पर माननीय सुप्रीम कोर्ट का फैसला हरियाणा के हक में आ चुका। चंडीगढ़ और एसवाईएल नहर पर हरियाणा का पूर्ण हक है और हरियाणा के लोग अपना हक लेना अच्छे से जानते हैं और लेकर रहेंगे। पंजाब सरकार को हरियाणा से आपसी भाईचारे की सीख लेनी चाहिए। हरियाणा के लोग अगर चंडीगढ़ को साझा रखना जानते हैं तो अकेला रखना भी जानते हैं। आम आदमी पार्टी का हरियाणा विरोधी चेहरा जनता के सामने आ चुका है। पंजाब सरकार को किसी गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए क्योंकि हरियाणा के लोग जहां शांति से हुए बंटवारे में भाईचारे से रहना जानते हैं तो वहीं कोई अन्याय होता है तो अपना हक लेना भी जानते हैं। गोपाल शर्मा ने कहा कि पंजाब सरकार को जनता को गुमराह करने की बजाय अपने वादे पूरे करने की दिशा में काम करना चाहिए।

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