Faridabad NCR
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2025 की शुरुआत हरियाणा के एकमात्र नोडल सेंटर मानव रचना में
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 8 दिसंबर। भारत की सबसे बड़ी छात्र-चालित नवाचार पहल, स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (SIH) 2025, आज मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (MRIIRS) में आयोजित प्रेरक उद्घाटन समारोह के साथ शुरू हुई। यह हरियाणा का एकमात्र नोडल सेंटर है, जो इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए चुना गया है।
शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल और ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) द्वारा आयोजित इस वर्ष के सॉफ्टवेयर संस्करण में देशभर से 180 छात्र, 30 टीमों में, भाग ले रहे हैं। ये टीमें कृषि मंत्रालय और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा दिए गए छह कृषि-संबंधित समस्या विवरणों पर MRIIRS में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं:
• PMFBY के लिए रीयल-टाइम फसल इमेज एनालिटिक्स
• बाजरा वैल्यू चेन डिजिटलीकरण
• गेहूं की बीमारियों का प्रारंभिक पता लगाना
• उच्च-रिज़ॉल्यूशन मॉडल्स का उपयोग करके उपज का अनुमान
• प्रौद्योगिकी-सक्षम उत्पादकता वृद्धि
• फसल अवशेष प्रबंधन मशीनरी का रीयल-टाइम मॉनिटरिंग
उद्घाटन समारोह में AICTE के निदेशक श्री नरेश कुमार ग्रोवर उपस्थित रहे और छात्रों को नवाचार और समस्या समाधान कौशल विकसित करने पर संबोधित किया। शुरुआती सत्र में IIT कानपुर के नेशनल सेंटर फॉर फ्लेक्सिबल इलेक्ट्रॉनिक्स के सीओओ डॉ. सुधीर कुमार और इंटेल कॉर्पोरेशन, इंडिया गवर्नमेंट अफेयर्स की निदेशक श्रीमती दीपाक्षी मेहंदरू मुख्य अतिथि और सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
डॉ. सुधीर कुमार ने कहा, “भारत की AgriTech दुनिया अवसरों से भरी हुई है, और युवा नवप्रवर्तक जैसे आप इसके भविष्य को नया रूप देंगे। हमारी आधी आबादी कृषि पर निर्भर है, इसलिए रीयल-टाइम डेटा, IoT-संचालित इनसाइट्स और सतत समाधान सिर्फ विचार नहीं, बल्कि आवश्यकता हैं। हर सफलता एक ऐसे विचार से शुरू होती है जो कभी असंभव लगता था। मुझे आशा है कि यह हैकाथॉन भारत के कृषि परिवर्तन में अगले बड़े कदम का मंच बनेगा।”
श्रीमती दीपाक्षी मेहंदरू ने जोड़ा, “हैकाथॉन केवल कोडिंग का नाम नहीं है, यह साहस, स्पष्टता और सहयोग का अनुभव है। अगले 36 घंटों में, कुछ विचार काम करेंगे और कई नहीं, लेकिन हर प्रयास आपको वास्तव में महत्वपूर्ण चीज़ों के करीब ले जाएगा। प्रयास करने पर गर्व करें और सीखने में विनम्र रहें। जितनी जल्दी आप असफल होंगे, उतनी जल्दी अपनी दिशा पहचानेंगे। अपनी टीम पर भरोसा करें, जल्दी संरेखित हों और गहन रूप से फोकस करें। नवाचार एक मानसिकता है, और आप यहाँ मौजूद हैं, यही आपको दूसरों से अलग बनाता है।”
डॉ. संजय श्रीवास्तव, कुलपति, MRIIRS ने कहा, “अगले 36 घंटों के लिए अपने हृदय और मस्तिष्क को काम में लगाएँ। जैसा कि भगवद गीता में कहा गया है: आपके नियंत्रण में केवल आपके कर्म हैं, न कि परिणाम। कृषि, किसानों और राष्ट्र के लिए ईमानदारी और समर्पण से कार्य करें, और यह प्रयास आपको, आपके परिवार और संस्थानों को गर्व महसूस कराए।”
डॉ. उमेश दत्ता, सीईओ, मानव रचना इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन फाउंडेशन ने कहा, “पौधे जीवन को बनाए रखते हैं और कृषि हमारे राष्ट्र को। किसानों का समर्थन करना नवाचार, सततता और मजबूत भविष्य का समर्थन करना है। जब हम कृषि को सशक्त बनाते हैं, हम भारत को सशक्त बनाते हैं। यह हैकाथॉन युवा नवप्रवर्तकों को ऐसे विचार देने का अवसर प्रदान करता है जो वास्तविक बदलाव ला सकते हैं।”
देशभर में, SIH 2025 में 1,360 फाइनलिस्ट टीमें, 727 संस्थानों से 8,160 छात्र भाग ले रहे हैं, जो सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। जहां सॉफ्टवेयर संस्करण 8–9 दिसंबर को नोडल केंद्रों में आयोजित किया जा रहा है, वहीं हार्डवेयर संस्करण 12 दिसंबर तक जारी रहेगा, जिससे टीमें प्रोटोटाइप विकसित और अपने समाधान परिष्कृत कर सकें।
इसके अलावा, मानव रचना विश्वविद्यालय की तीन टीमें देशभर के अन्य नोडल केंद्रों में भाग ले रही हैं। उनके चुने गए समस्या विवरणों में पर्यावरण शिक्षा, शास्त्रीय नृत्य के लिए सांस्कृतिक-टेक समाधान और रक्षा अनुप्रयोगों के लिए AI-सक्षम साइबर सुरक्षा उपकरण शामिल हैं, जो विश्वविद्यालय के अंतरविषयक सीखने और अनुसंधान-आधारित नवाचार पर जोर को दर्शाते हैं।
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2025 युवा प्रतिभाओं को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों पर काम करने का अवसर देकर भारत की नवाचार इकोसिस्टम को मजबूत बनाता है, जिसमें स्पेस टेक्नोलॉजी, नवीकरणीय ऊर्जा, साइबर सुरक्षा, मेडटेक, रोबोटिक्स & ड्रोन, स्मार्ट ऑटोमेशन, रक्षा तकनीक, स्मार्ट शिक्षा और AgriTech जैसे क्षेत्र शामिल हैं। MRIIRS में सफल उद्घाटन हरियाणा की भविष्य-तैयार नवप्रवर्तकों के पोषण और राष्ट्रीय तकनीकी प्रगति में केंद्रीय भूमिका को उजागर करता है।
