Faridabad NCR
शोभायात्रा एवं खुले मंच ने अपने ओजस्वी विचारों से युवाओं को प्रेरित किया

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 15 फरवरी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के 56वें प्रांतीय अधिवेशन के दूसरे दिन राष्ट्रभक्ति और संगठन की शक्ति का भव्य प्रदर्शन हुआ। इस अवसर पर निकाली गई विशाल शोभायात्रा ने पूरे शहर में उत्साह और ऊर्जा का संचार किया, वहीं विभिन्न वक्ताओं ने अपने ओजस्वी विचारों से युवाओं को प्रेरित किया।
शोभायात्रा: अनुशासन, ऊर्जा और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक
दोपहर तीन बजे वाईएमसीए विश्वविद्यालय से शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ। जैसे ही यात्रा आगे बढ़ी, कार्यकर्ताओं ने अनुशासनबद्ध पंक्तियों में भगवा ध्वज लहराते हुए “भारत माता की जय” और “ABVP जिंदाबाद” के गगनभेदी नारे लगाए।
यात्रा का पहला पड़ाव बाटा पुल था, जहां स्थानीय लोगों ने गर्मजोशी से इस यात्रा का स्वागत किया और स्वयं भी इसका हिस्सा बने। इसके बाद यात्रा लिबर्टी शोरूम की गली से गुजरी, जहां देशभक्ति से ओत-प्रोत गीतों के साथ युवाओं ने जोश और उत्साह दिखाया।
अगले पड़ाव दिल्ली जूस कॉर्नर पर कार्यकर्ताओं ने स्थानीय नागरिकों के साथ संवाद किया और एबीवीपी के राष्ट्रनिर्माण में योगदान पर प्रकाश डाला। सर्वधर्म समभाव का संदेश देते हुए शोभायात्रा गुरुद्वारा और हनुमान मंदिर पहुंची। यहां अखाड़ा दल के कार्यकर्ताओं ने अपने कौशल का प्रदर्शन किया और ढोल-नगाड़ों की धुन से युवाओं में नव ऊर्जा का संचार किया। जैसे ही शोभायात्रा कल्याण सिंह चौक पहुंची, वहां राष्ट्रवादी नारों और देशभक्ति के गीतों की गूंज से वातावरण ओतप्रोत हो गया। मेट्रो मोड़ से होते हुए यात्रा माता गुजरी चौक पहुंची, जहां एक विशाल मंच पर मुख्य वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए। खुले मंच पर पहुंची शोभायात्रा के लिए आयोजित विचारगोष्ठी में कई गणमान्य वक्ताओं ने श्रोताओं को संबोधित किया। राष्ट्रीय कला मंच के प्रांत संयोजक विकास कायथ ने युवाओं में बढ़ती नशाखोरी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह केवल व्यक्तिगत समस्या नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज के भविष्य को प्रभावित करने वाला विषय है। उन्होंने युवाओं से नशामुक्त समाज के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया।
प्रांत मंत्री राहुल वर्मा ने हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत, महिलाओं की सामाजिक स्थिति और सशक्तिकरण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि समाज को महिलाओं की शिक्षा और आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता देनी चाहिए, ताकि वे हर क्षेत्र में सशक्त भूमिका निभा सकें। इसके साथ ही उन्होंने विश्विद्यालयों और महाविद्यालयों में छात्रों की बढ़ती अनुपस्थिति को लेकर गहन चिंता व्यक्त की और ‘माई कैम्पस-माई प्राइड’ पहल से सभी युवाओं को अवगत कराया। उन्होंने हरियाणा सरकार से राज्य में छात्र संघ चुनावों की बहाली की भी अपील की। श्री राहुल वर्मा ने अभाविप के युवा कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि अगर उन्हें छात्र संघ चुनावों की बहाली के लिए अगर आंदोलन भी करना पड़ा तो करेंगें लेकिन छात्र संघ चुनाव हम अवश्य बहाल करवाएंगे।
राष्ट्र मीडिया सह संयोजक तृप्ति सेन ने भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय चेतना की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि विद्यार्थी परिषद का उद्देश्य केवल छात्र कल्याण तक सीमित नहीं, बल्कि राष्ट्रीय पुनर्जागरण की दिशा में कार्य करना है। उन्होंने कहा हमारी सांस्कृतिक जड़ें हमारी पहचान हैं। रागिनी, लोकगीत और पारंपरिक नृत्य हमें हमारी मिट्टी से जोड़ते हैं। वर्तमान समय यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम आधुनिकता और सांस्कृतिक मूल्यों में संतुलन बनाए रखें।
फरीदाबाद विभाग छात्रा प्रमुख गायत्री राठौर ने नारी सहभागिता पर प्रकाश डालते हुए सभा में उपस्थित युवाओं को नारी सशक्तिकरण के विषय पर संबोधित किया। उन्होंनें कहा कि आज के युग की नारी हर क्षेत्र में पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है और हमारी यह जिम्मेदारी है कि हम हर क्षेत्र में नारी की सहभागिता सुनिश्चित करें।
इस कार्यक्रम का मंच संचालन एग्रीविशन के राष्ट्रीय सहसंयोजक डॉ संजय पांडे ने किया। इस अवसर पर प्रांताध्यक्ष श्री सुशील मेहता, प्रांत मंत्री श्री राहुल वर्मा, डी.यू .एस. यू. की सेक्रेट्री कुमारी मित्रविंदा व अन्य गणमान्य व्यक्ति और सैकड़ों की संख्या में अभाविप के युवा कार्यकर्ता व आमजन उपस्थित रहे।
खुला मंच के समापन पर राहुल वर्मा ने कहा कि विद्यार्थी परिषद केवल एक संगठन नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति और सामाजिक उत्थान की जीवंत धारा है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे संगठन की विचारधारा को आत्मसात कर समाज के उत्थान में अपनी भूमिका निभाएं।
एबीवीपी का संकल्प: ‘राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम’
इस ऐतिहासिक आयोजन में युवाओं के जोश और ऊर्जा ने यह सिद्ध कर दिया कि विद्यार्थी परिषद राष्ट्रनिर्माण के अपने संकल्प को साकार करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।