Faridabad NCR
प्रशासन की प्राथमिकता लोगों को स्वच्छ और जलभराव मुक्त वातावरण उपलब्ध हो : उपायुक्त

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 4 जून। जिला प्रशासन द्वारा आगामी मानसून सीजन को देखते हुए जलभराव की समस्याओं से निपटने के लिए व्यापक तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं। उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने आज बुधवार को ओल्ड फरीदाबाद अंडरपास, सेक्टर 21-ए डिस्पोजल, स्मार्ट रोड – बड़खल और एनएचपीसी अंडरपास का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी जरूरी कार्य समयबद्ध ढंग से पूर्ण किए जाएं ताकि शहरवासियों को जलभराव जैसी समस्याओं का सामना न करना पड़े।
रेलवे अंडरपास में ड्रेनेज लाइन और ट्रांसफॉर्मर को मिली मंज़ूरी
निरीक्षण के दौरान डीसी ने विशेष रूप से ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडरपास का जायजा लिया, जहां बरसात के मौसम में सबसे अधिक जलभराव की शिकायतें आती रही हैं। उन्होंने कहा कि इस बार शहर में जलभराव की स्थिति स्पष्ट रूप से बेहतर है और सुधार साफ दिखाई दे रहे है। उन्होंने बताया कि ओल्ड अंडरपास की जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने हेतु नई ड्रेनेज लाइन डालने की अनुमति मिल गई है, जिससे वर्षा जल का तत्काल निपटान सुनिश्चित किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त, ट्रांसफार्मर लगाने के लिए भी रेलवे डीआरएम से अनुमति मिल गई है, जो कि जल निकासी व्यवस्था के संचालन में सहायक होगा।
नालों और ड्रेनेज सिस्टम की सफाई और निरीक्षण का कार्य युद्ध स्तर पर जारी
डीसी विक्रम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला प्रशासन द्वारा शहर के सभी प्रमुख नालों और ड्रेनेज सिस्टम की सफाई व निरीक्षण का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। जहां-जहां नालों में अवरोध अथवा जल निकासी में बाधा की शिकायतें प्राप्त हुई थी, वहां त्वरित कार्रवाई करते हुए ब्लॉकेज को हटाया गया है और जल प्रवाह को पूरी तरह से सुचारु बनाया गया है। उन्होंने बताया कि कई स्थानों पर जर्जर नालों की मरम्मत का कार्य भी प्राथमिकता के आधार पर तेज़ी से किया जा रहा है, ताकि मानसून के दौरान किसी भी प्रकार की रुकावट न उत्पन्न हो। डीसी ने यह भी बताया कि जिन क्षेत्रों में जल निकासी प्रणाली की क्षमता अपेक्षाकृत कम पाई गई, वहां तत्काल प्रभाव से उसकी क्षमता को बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। अतिरिक्त पाइपलाइन, पंपिंग सेट्स तथा आवश्यक तकनीकी संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है, ताकि अधिक वर्षा की स्थिति में भी पानी का निकास बिना किसी रुकावट के प्रभावी ढंग से किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का लक्ष्य इस बार शहर को जलभराव से पूरी तरह मुक्त रखना है और इसके लिए सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय से लगातार कार्य कर रहे हैं।
प्रशासन की प्राथमिकता लोगों को स्वच्छ और जलभराव मुक्त वातावरण उपलब्ध हो
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त विक्रम सिंह ने नगर निगम अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में प्रतिदिन नियमित रूप से दौरा करें तथा नालों, ड्रेनेज सिस्टम और अंडरपास की सफाई व्यवस्था की सघन निगरानी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मानसून से पूर्व सभी व्यवस्थाओं की मौके पर समीक्षा अत्यंत आवश्यक है ताकि किसी भी प्रकार की लापरवाही से जनजीवन प्रभावित न हो। डीसी ने स्पष्ट किया कि इस बार जलभराव की समस्या को लेकर किसी भी स्तर पर कोताही को कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कहीं भी सफाई व्यवस्था में ढिलाई या उदासीनता पाई गई, तो संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध तत्काल और कठोर कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त ने अधिकारियों से यह भी अपेक्षा जताई कि वे न केवल निरीक्षण करें, बल्कि आवश्यकतानुसार मौके पर त्वरित समाधान भी सुनिश्चित करें, ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि यह समय सक्रियता और जवाबदेही का है, और प्रशासन की प्राथमिकता लोगों को स्वच्छ और जलभराव मुक्त वातावरण उपलब्ध कराना है।
पंपिंग सेट्स की मरम्मत व बदलाव से मजबूत होगी जल निकासी व्यवस्था
डीसी विक्रम सिंह ने बताया कि मानसून से पहले तैयारियों के तहत नगर निगम द्वारा शहर के सभी डिस्पोजल पॉइंट्स की स्थिति का मूल्यांकन किया जा रहा है और जहां-जहां आवश्यक है, वहां पंपिंग स्टेशन की क्षमता में भी वृद्धि की जा रही है। इसके अलावा, जो पंपिंग सेट्स खराब अवस्था में थे, उन्हें बदलने अथवा मरम्मत करने की कार्रवाई पूरी की जा रही है।
डीसी ने आमजन से की अपील नालों में कूड़ा न डालें
डीसी विक्रम सिंह ने आमजन से विशेष अपील की है कि वे नालियों में पॉलीथिन, घरेलू कचरा या किसी भी प्रकार का ठोस अपशिष्ट न डालें। उन्होंने कहा कि “स्वच्छता व्यवस्था को बनाए रखना केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक की सामूहिक जिम्मेदारी है। यदि नालों में कचरा नहीं डाला जाएगा, तो जलभराव की समस्या काफी हद तक रोकी जा सकती है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नालों की नियमित सफाई का कार्य प्रगति पर है और संबंधित अधिकारी प्रतिदिन निरीक्षण कर रहे हैं।
डीसी विक्रम सिंह ने संबंधित विभागों के इंजीनियरों और अधिकारियों से कहा कि वे सभी कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी कार्य अधूरा न रहे। उन्होंने निर्देश दिया कि शहर के सभी संवेदनशील जलभराव स्थलों की पहचान कर वहाँ विशेष ध्यान दिया जाए और अतिरिक्त संसाधनों की तैनाती की जाए।
जिला प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे इन कदमों से स्पष्ट है कि इस बार मानसून के दौरान फरीदाबाद में जलभराव की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकेगा।
निरीक्षण के दौरान विवेक बंसल, एमसीएफ एक्सईएन ओमबीर सहित एफएमडीए, एनएचएआई, डीआईबीवीएन, एफएससीएल, मंडल रेल प्रबंधक (नई दिल्ली) और रेलवे फरीदाबाद के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहें।