Faridabad NCR
सरकार की मातृ वंदना योजना के तहत दिए जाएंगे 05 हजार रुपये : डीसी विक्रम सिंह
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 04 मई। डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार ने गर्भावस्था के दौरान हुए मजदूरी के नुकसान की भरपाई व स्तनपान कराने वाली महिलाओं में पोषण सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री मातृ वंदना योजना शुरू की गई है। सरकार की मातृ वंदना योजना के तहत 05 हजार रुपये की धनराशि सहायता गर्भवती महिला के पोषण के अनुकूल खुराक खाने के लिए दी जाएगी।
डीसी ने सरकार की मातृत्व योजना की जानकारी देते हुए बताया कि गत 8 मार्च के बाद दूसरे बच्चे के रूप में लडक़े को जन्म देने वाली अनुसूचित जाति और जनजाति सहित सभी जातियों की महिलाएं इस योजना का लाभ उठा सकेंगी। इस संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। उनमें 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग महिलाओं सहित मनरेगा जॉब कार्ड, ई श्रम कार्ड, बीपीएल राशन कार्ड, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और किसान सम्मान निधि की लाभार्थी महिलाएं योजना का लाभ लेने के लिए पात्र होंगी। योजना का लाभ लेने के लिए संबंधित महिला के परिवार की सालाना आय 8 लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। इस योजना के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है।
सीडीपीओ डॉक्टर मंजू श्योराण ने बताया कि केंद्र या राज्य सरकार की नौकरियों और सार्वजनिक उपक्रमों में तैनात महिला कर्मचारी योजना का लाभ लेने के लिए पात्र नहीं होंगी। सहायता राशि लेने के लिए गर्भावस्था के पंजीकरण के बाद कम से कम एक बार प्रसव पूर्व जांच के साथ ही बच्चे का पंजीकरण और उसे बीसीजी, ओपीवी, डीपीटी और हेपेटाइटिस बी के टीके लगवाना जरूरी है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ लेने के लिए आंगनवाड़ी वर्कर या आशा के माध्यम से आवेदन किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई कामगार महिलाओं के लिए पहले से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना संचालित की जा रही है, जिसके तहत पांच हजार रुपए की सहायता राशि तीन किस्तों में दी जाती थी। प्रथम किस्त में एक हजार रुपए, दूसरी किस्त में दो हजार रुपए और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने व प्रथम सत्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त में दो हजार रुपए मिलते थे। सरकार द्वारा नियमों में बदलाव कर सहायता राशि दो किस्तों में देने का निर्णय लिया है। अब प्रथम किस्त के रूप में तीन हजार रुपए प्रसवपूर्व कम से कम एक जांच होने पर और दूसरी किस्त दो हजार रुपए बच्चे के जन्म का पंजीकरण व बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरे होने पर मिलेंगे।