Panchkula Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : मतदाता दिवस पर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सेक्टर-1 पंचकूला की यूथ रेड क्रॉस और राष्ट्रीय सेवा योजना संयुक्त रूप से ‘वोट बढ़े, बात बने’ नामक एक ऑनलाइन सेशन का आयोजन किया। ऑनलाइन सेशन में महाविद्यालय प्राचार्या डॉ अर्चना मिश्रा के मार्गदर्शन में स्वयं सेवको ने महाविद्यालय के सहपाठियों के साथ वोट परसेंटेज बढ़ाने को लेकर चर्चा की। ऑनलाइन सेशन में मुख़्य अतिथि महाविद्यालय के यूथ रेड क्रॉस और एनएसएस इंचार्ज डॉ राकेश पाठक रहे।
उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। किसी भी लोकतंत्र की मज़बूती उसमे विलीन वोटों से मापी जाती है। भारत केकई राज्यों में वोटिंग परसेंटेज बहुत कम रहता है। छात्र और युवा वर्ग भारत देश के लिए आने वाले रक्षक हैं। अगर हम लोगों को मतदान के लिए जागरूक करें, तो ही एक सफ़ल उम्मीदवार को हम अपना जन-प्रतिनिधि बना सकते है। राकेश पाठक ने स्वयं सेवकों को अपने सभी मित्रमंडली/रिश्तेदारों को वोट डालने के लिए जागरूक करने का आग्रह किया और सोशल मीडिया जैसे ट्विटर, फेसबुक इत्यादि पर वोट को लेकर जागरूकता फैलाने का भी संदेश दिया।
विद्यार्थियों में साहिल और मुदस्सिर ने अपने विचार रखते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने नागरिकों को नोटा(इनमें से कोई नहीं) का अधिकार दिया हैं। अगर हमें कोई भी उम्मीदवार अच्छा नहीं लगता हैं तो हम बहुमत में नोटा का उपयोग करके चुनाव को अमान्य घोषित कर सकते हैं। भारत का लोकतंत्र दुनिया में अपनी अलग पहचान रखता हैं, लेकिन इसमें नोटा का कार्यक्षेत्र साबित नहीं हुआ। किसी भी लोकतंत्र में ‘वोट की चोट’ का असर देखा जा सकता हैं।वोट प्रतिशत बढ़ने से चुनावों में पारदर्शिता साफ होगी। यूथ रेड क्रॉस और एनएसएस से जुड़े 75 स्वयं सेवकों ने इस वेबिनार में भाग लिया।