Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि पढ़ना हमारी प्राथमिकता में होना चाहिए। पढ़ने के लिए धैर्य की आवश्यकता है और इसी से हमारे व्यक्तित्व का विकास होता है। वह बुधवार को पुस्तक संग्रह अभियान में मुख्यातिथि के रूप में बोल रहे थे। इस 15 दिवसीय अभियान के अंतर्गत हथीन तहसील के जनाचौली गांव में श्री बाबा वनी वाला मंदिर समिति द्वारा स्थापित पुस्तकालय के लिए पुस्तक एकत्रित की जाएंगी। कुलपति डॉ. राज नेहरू एवं कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने समिति के उपाध्यक्ष प्रथम और मंदिर के पुजारी गौतम कृष्ण शर्मा को पुस्तकें भेंट की।
कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस मौके पर कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित इस पुस्तकालय के लिए और भी उपयोगी पुस्तकें भेंट करेंगे। उन्होंने कहा कि यह यज्ञ में आहुति जितना महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों और शिक्षकों से भी पुस्तकें भेंट करने का आह्वान किया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने कहा कि पुस्तकें ज्ञान का स्रोत हैं और पुस्तक पढ़ने वाले हमेशा लाभान्वित होते हैं। उन्होंने मंदिर समिति के माध्यम से पुस्तकालय विकसित करने के अनोखे अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इससे समाज में अच्छा संदेश जाएगा।
अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने पुस्तकालय के लिए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे डॉ. रमेश रैना ने कहा कि डिजिटल के दौर में पुस्तकें पढ़ने की जिज्ञासा बनाए रखना जरूरी है। हमें किताबों के प्रति प्रेम भाव रखना चाहिए। घरों में छोटी-छोटी लाइब्रेरी अवश्य बनाएं। उप कुलसचिव डॉ. ललित शर्मा ने कहा कि जनाचौली गांव में कौशल अभियान को बढ़ावा देने के लिए भी शीघ्र कार्य शुरू होगा।
इस अभियान में सहयोग के लिए डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ. जे के दुबे ने सभी का आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर डीन प्रोफेसर ए के वाटल, प्रोफेसर जॉय कुरियाकोजे, डॉ. संजय राठौड़, उप कुलसचिव डॉ. ललित शर्मा, विशेष कार्य अधिकारी संजीव तायल, मुख्य लेखा अधिकारी सुमंत, सहायक कुलसचिव सोमवीर सिंह, नताशा, सचिन, दीपक दूहन और पुनीत सहित काफी संख्या में स्टाफ के सदस्य उपस्थित थे।