Faridabad NCR
व्यापारी से 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगने के मामले में 3 आरोपी मात्र 48 घंटे में गिरफतार
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी क्राइम मुकेश कुमार मल्होत्रा के दिशा निर्देश पर और एसीपी क्राइम सुरेंद्र स्योराण के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच 30 प्रभारी इंस्पेक्टर सेठी मलिक की टीम ने व्यापारी से रंगदारी मांगने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
एसीपी क्राइम सुरेंद्र श्योराण ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में हारून, नीतीश तथा नीतीश के चाचा राकेश का नाम शामिल है। आरोपी नीतीश तथा राकेश बल्लभगढ़ के रहने वाले हैं वहीं आरोपी हारून दिल्ली के मुस्तफाबाद का निवासी है। 2 दिन पहले पुलिस थाना एनआईटी में सेक्टर 21 एरिया के रहने वाले व्यापारी राकेश ने शिकायत दी थी जिसमें उन्होंने बताया कि वह शादी के लिए फार्म हाउस किराए पर देते हैं। 2 दिन पहले उन्हें किसी अनजान नंबर से फोन आया था जिसमें आरोपी ने उनसे 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी और पैसे नहीं देने की सूरत में उनके और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके पश्चात थाने में मामला दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू की। क्राइम ब्रांच की टीम ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए तकनीकी सहायता के आधार पर आरोपियों को मात्र 48 घंटे के अंदर काबू कर लिया। प्राथमिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपी हारून तथा आरोपी नीतीश कुछ समय पहले जेल में बंद थे। आरोपी हारून अवैध हथियार तथा आरोपी नीतीश लड़ाई झगड़े के मामले में बंद था। वहां दोनों की दोस्ती हो गई और तीन चार महीने पहले दोनों आरोपी जेल से बाहर आ गए। आरोपी नीतीश का चाचा आरोपी राकेश जो सट्टाखाई का काम करता है जिसे पिछले दिनों सट्टेबाजी में लाखों रुपए का नुकसान हुआ था। आरोपियों को पैसों की जरूरत थी इसलिए उन्होंने रंगदारी मांगने का योजना बनाई। आरोपी राकेश को पता था कि व्यापारी के पास अच्छा खासा पैसा है और वह आसानी से पैसे दे देगा। राकेश ने यह बात अपने भतीजे आरोपी नीतीश को बताई और नीतीश ने इसकी जानकारी अपने साथी आरोपी हारून को दी। आरोपी राकेश ने कहा कि वह इसी एरिया के रहने वाले हैं इसलिए उनकी आवाज पहचान में आ सकती है तो उन्होंने हारून से व्यापारी को फोन करवाया। पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ जारी है। मामले में गहनता से पूछताछ करने के लिए आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा और इसमें शामिल अन्य किसी आरोपी के बारे में जानकारी हासिल करके कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।