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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 27 जुलाई। ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-86 स्थित एकॉर्ड अस्पताल में रविवार को फैटी लीवर और हेपेटाइटिस को लेकर मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किया गया। कैंप में 300 से अधिक लोगों ने अपनी जांच कराई और विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श प्राप्त किया।
अस्पताल गैस्ट्रोएंटोलॉजी विभाग के चेयरमैन डॉ. रामचंद्र सोनी ने बताया कि कैंप में हेपेटाइटिस बी व सी की जांच, लिवर फंक्शन टेस्ट और फाइब्रोस्कैन के माध्यम से लिवर की फैट व खराबी की जांच की गई। इसके अलावा, लोगों को गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट से व्यक्तिगत परामर्श दिया गया और डायट विशेषज्ञों ने उन्हें बेहतर खानपान संबंधी सुझाव भी दिए।
डॉ. रामचंद्र सोनी और उनकी टीम डॉ. तनवी सावंत , डॉ. मृदुल चंद्र, डॉ. अर्पण, डॉ.वर्षा ने उपस्थित लोगों को फैटी लिवर और हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों के कारण, लक्षण और बचाव के तरीकों को लेकर जागरूक किया। उन्होंने बताया कि फैटी लिवर की बीमारी शुरू में बिना लक्षण के होती है, लेकिन समय रहते पहचान न हो तो यह लिवर सिरोसिस या लिवर कैंसर जैसी गंभीर अवस्था में बदल सकती है। हेपेटाइटिस बी और सी वायरस भी लिवर को स्थायी नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए नियमित जांच और टीकाकरण जरूरी है। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे फास्ट फूड, अधिक तेल-मसाले व शराब से दूरी बनाएं, नियमित व्यायाम करें और समय-समय पर लिवर की जांच जरूर कराएं। उन्होंने यह भी कहा कि जागरूकता ही इन बीमारियों से बचाव का सबसे सशक्त माध्यम है।
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि इस तरह के शिविरों का उद्देश्य लोगों में लीवर संबंधी बीमारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है, ताकि समय रहते रोग की पहचान और उपचार संभव हो सके। कैंप में आने वाले अधिकतर मरीजों को फैटी लिवर की शुरुआती अवस्था या जीवनशैली से जुड़ी समस्याएं पाई गईं, जिनका इलाज खानपान व नियमित व्यायाम से संभव है।
कैंप के अंत में उन्होंने कहा कि इस तरह के मुफ्त स्क्रीनिंग कैंप का उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और उन्हें शुरुआती स्तर पर ही उपचार उपलब्ध कराना है। कैंप में जिन मरीजों में फैटी लिवर या अन्य लिवर समस्याएं पाई गई हैं, उन्हें आगे की उचित चिकित्सकीय सलाह दी गई है।