Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : आजादी के अमृत महोत्सव के तहत फरीदाबाद में आयोजित किए जा रहे 75 दिवसीय मेगा इवेंट ने रविवार को 67 दिन पूरे कर लिए हैं। 67वें दिन सेक्टर 12 स्थित एचएसवीपी कंवेंशन सेंटर में नाटक लुकाछिपी का मंचन किया गया। यह नाटक जिला प्रशासन, हरियाणा कला परिषद, कला व सांस्कृतिक कार्य विभाग के सहयोग से किया गया।
रविवार शाम को मंचित किए गए नाटक लुकाछिपी का निर्देशन आदित्य कृष्ण मोहन ने किया। नाटक में एक बच्चे की कहानी को दिखाया गया। एक ऐसे बच्चा जिसकी मां का देहांत उसके बचपन में ही हो जाता है। उसका पिता, उसके दोस्त व समाज उसे मनहूस मानने लग जाते हैं। इसके चलते बच्चे के मन में दो अलग प्रकार के विचार पैदा हो जाते हैं। वह मानसिक रूप से बीमार होता है और वह एक – एक करके अपने दोस्तों व दादी की हत्या कर देता है। नाटक में दिखाया गया कि कोई बच्चा मनहूस नहीं होता। समाज की सोच व ताने ही मनहूस होते हैं, तो बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। नाटक में आदित्य के साथ शिव, वरुण, बिंदू, सबा अहमद, तैयब आलम, जय सिंह, योगेश कर्दम व रोहित ने अभिनय किया। रोहित मोन ने म्यूजिक, अभिषेक राजपूत व अरविंद ने लाइटिंग की जिम्मेवारी संभाली। संभार्य फाउंडेशन के डायरेक्टर अभिषेक देशवाल ने बताया कि 75 दिवसीय मेगा इवेंट का समापन 15 अगस्त को होगा। समापन अवसर पर 4 दिन बड़े इवेंट आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यह इवेंट संभार्य फाउंडेशन, सर्वोदय फाउंडेशन, नगर निगम फरीदाबाद की तरफ से जुनेजा फाउंडेशन, फरीदाबाद इंडस्ट्रीज असोसिएशन, एसीई कंपनी, रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद हेरिटेज व रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद अर्थ के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।और अपने दोस्तों और यहां तक दादी तक दादी तक की हत्या कर देता है इस नाटक से निर्देशक यह संदेश देना चाहते हैं कि किसी भी प्रकार से नवजात शिशु को मनहूस नहीं मानना चाहिए जिस कारण बच्चे का मानसिक संतुलन खराब हो जाता है