Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 6 अगस्त कोविड-19 विश्व महामारी के चलते हरियाणा पर्यटन निगम में कुशल प्रबंधन करने की बजाय निगम की कीमती जमीन को पूंजीपतियों को सौंपे जाने एवं तीन माह से वेतन का भुगतान न होने को लेकर पर्यटन कर्मचारियों ने मैगपाई स्थित पर्यटन केन्द्र पर धरना-प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम जितेन्द्र कुमार को सौंपा। पर्यटन कर्मियों ने ज्ञापन में कहा कि जब पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर हा-हाकार मचा हुआ था, उस समय डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस एवं सफाई कर्मचारी जोकि कोरोना वॉरियर्स के रूप में मरीजों की सेवा कर रहे थे, स्वयं भी संक्रमित हो रहे थे। उस समय हरियाणा सरकार ने प्रदेश में स्वास्थ्यकर्मियों एवं उनके परिजनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते इनको पर्यटन निगमों में रखने का बंदोबस्त किया। जहां इनको सरकार द्वारा रहने, खाने एवं अन्य सभी सुविधाएं मुहैया कराई गई। पर्यटन निगम में कार्यरत कर्मचारियों ने अपनी जिम्मेदारी का पूर्ण निर्वहन करते हुए यहां पर रुके हुए मेडिकल स्टाफ को हर सुविधा, खाना-पीना, कमरा, साफ-सफाई मुहैया कराया। इस सेवा के दौरान कुछ पर्यटन कर्मी संक्रमित भी हुए, लेकिन उन्होंने अपनी जिम्मेदारी से मुह नहीं मोड़ा। इतना ही नहीं, पर्यटन कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री कोरोना राहत कोष में अपना आर्थिक योगदान भी दिया। मगर, इतना सब कुछ करने के बाद भी फील्ड में कार्यरत पर्यटन कर्मचारियों को समय पर वेतन न देकर मुख्यालय के कर्मचारियों एवं अधिकारियों को समय पर वेतन दिया गया। पर्यटन विभाग द्वारा किए जा रहे इस दोगले व्यवहार से फील्ड में कार्यरत कर्मचारियों में हीन भावना पैदा होने लगी और वो इससे आहत हुए हैं। इस मामले पर संज्ञान लेते हुए आपने रोहतक में एक प्रैस विज्ञप्ति जारी कर कर्मचारियों को जल्द वेतन देने का आश्वासन दिया, मगर वह आश्वासन अभी भी अधूरा है। महोदय, फील्ड में कार्यरत टूरिज्म कर्मचारियों को तीन माह से वेतन न मिलने के कारण परिवार को पालना मुश्किल हो गया है। कई कर्मचारियों को तो राशन तक के लाले पड़े हुए हैं। पर्यटन विभाग के इस दोहरे रवैये के चलते कर्मचारियों में आक्रोश है। जिसको लेकर हरियाणा टूरिज्म कर्मचार संघ के बैनर तले मैगपाई पर्यटन केन्द्र फरीदाबाद में धरना-प्रदर्शन करते हुए रोष प्रकट किया गया और अगर कर्मचारियों की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आगे भी जिलेवार प्रदर्शन किए जाएंगे। इस मौके पर विधायिका बडख़ल श्रीमती सीमा त्रिखा ने पहुंचकर कर्मचारियों को सांत्वना दी और आश्वासन दिा कि जल्द ही उनके वेतन की समस्या का समाधान कराया जाएगा। इस बाबत वो स्वयं मुख्यमंत्री से बात करेंगी और पर्यटन कर्मचारियों को जल्द ही वेतन दिलाया जाएगा।