Faridabad NCR
पत्रकार मोहन तिवारी ने जिला उपायुक्त यशपाल को सौपा ज्ञापन
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 26 अगस्त इंडियन जॉर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के फरीदाबाद जिला प्रधान पत्रकार मोहन तिवारी ने पत्रकारों के साथ आये दिन हो रहे हत्या के विरोध में चिंता व्यक्त किया है और सभी पत्रकारों से एक जुट होकर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर संघर्ष करने की बात कही है जिस पर बुधवार को फरीदाबाद के भिन्न-भिन्न संगठनों से जुड़े सभी पत्रकारों ने एक जुट होकर देश व प्रदेश में आये दिन हो रहे पत्रकारों के हत्या के विरोध में फरीदाबाद जिला उपायुक्त यशपाल के माध्यम से राष्ट्पति, प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौप कर पत्रकार सुरक्षा कानून व दिवगंत पत्रकारों के परिजनों को 50 लाख मुवाज़ा देने की मांग की है और पत्रकरो के साथ हो रहे हत्या को लेकर सभी पत्रकारों ने एक होकर चिंता ब्यक्त किया है।
पत्रकार मोहन तिवारी ने दर्जन भर से ज्यादा पत्रकरो के साथ जिला उपायुक्त यशपाल फरीदाबाद के माध्यम से महामहिम राष्ट्पति और माननीय प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौपते हुए बताया कि अभी बोते कुछ दिन पहले गाज़ियाबाद के दिवगंत पत्रकार विक्रम जोशी की बदमाशो ने हत्या कर दी थी और फिर से बीते सोमवार की देर रात बलिया के दिवगंत पत्रकार रतन सिंह को बदमाशो ने दौड़ा कर गोली मार दिए जो कि बहुत ही चिंता का विषय है जिस पर उपायुक्त ने मामले को महामहिम व प्रधानमंत्री तक पहुचने की बात कही है।
न्यू मीडिया जॉर्नलिस्ट एसोसिएशन अध्यक्ष पत्रकार सौरभ भारद्वाज ने भी इसी कड़ी में पत्रकारों के साथ हो रहे अन्याय को चिंता का विषय बताया है साथ ही मौजूद वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर सुमन और वरिष्ठ पत्रकार विकास कालिया ने कहा कि पत्रकार देश भर में अपनी जान पर खेल सूचनाएं संकलन का कार्य करते है जो बहुत ही चिन्ता का विषय है साथ मे पत्रकार रूपेश देव, पत्रकार राजीव भारद्वाज, पत्रकार मनोज सोनी, पत्रकार आकाश, पत्रकार राजू भारद्वाज, पत्रकार राकेश कुमार सुखावरिया, पत्रकार उमा शर्मा, पत्रकार आरती रॉय, पत्रकार सोनिका सिंह, ग्लोबल हरियाणा पत्रकार हरेंद्र शर्मा, पत्रकार यशपाल, पत्रकार विनोद विष्णु पत्रकार पूजा पत्रकार प्रेम खान आदि अनेको पत्रकरो ने एक शुर में आये दिन हो रहे पत्रकारों के के हत्या का विरोध जताया और पत्रकार सुरक्षा क़ानून की मांग की है।
उत्तरप्रदेश बलिया जनपद के फेफना थाना क्षेत्र में सोमवार शाम को पत्रकार रतन सिंह को बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी. देर शाम अपने मित्र के घर से लौट रहे पत्रकार की हत्या की साजिश में बदमाशों ने पत्रकार का पीछा किया. उसी दौरान जान बचाने के लिए पत्रकार ने गांव के प्रधान के घर मे जाकर जान बचाने की कोशिश की, पर बदमाशों ने दौड़ाकर गोली मार दी.
पत्रकार की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि पुरानी रंजिश में घटना को अंजाम दिया गया हैं। इस मामले में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। घटना के बाद बलिया पुलिस ने फेफना के प्रभारी निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
बलिया पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पत्रकार रतन सिंह की उनके पट्टीदारों ने लाठी-डंडे और गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में नामजद 10 आरोपियों में से 6 को गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना का कारण पिछले साल 26 दिसंबर को दोनों पक्षों में हुई मारपीट थी। पत्रकारों के चारो तरफ उठ रहे आवाज को देखते हुए और मामले की गंभीरता को देख सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया साथ ही आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। देश व प्रदेश भर के पत्रकारों ने पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को जोरो से उठना तेज हो गया है।