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Faridabad NCR

पुलिस कमिश्नरेट फरीदाबाद का सैंट्रल जोन कर रहा है, उत्कृष्ट सेवा निष्पादन : पुलिस आयुक्त ओ॰पी॰ सिंह 

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : कार्यालय पुलिस आयुक्त, फरीदाबाद में डॉ. अर्पित जैन, पुलिस उपायुक्त, मुख्यालय, पुलिस उपायुक्त, यातायात श्री सुरेश कुमार, सहायक पुलिस आयुक्त, महिला विरूद्ध अपराध श्रीमती धारणा यादव व सैंट्रल जोन के पुलिस उपायुक्त, श्री मुकेश मलहोत्रा सहित सभी सहायक पुलिस आयुक्तों, थाना व चौकी प्रभारियों की संगोष्ठी के दौरान सभी अधिकारियों से उनके इलाके की कानून व्यवस्था की जानकारी लेते हुए पुलिस आयुक्त श्री ओ॰ पी॰ सिंह ने कहा कि सैंट्रल जोन के पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों के निष्ठापूर्वक और ईमानदारी के साथ कार्य करने के परिणाम फलस्वरूप इस जोन में अपराध का स्तर लगातार कम हो रहा है। इसी प्रकार अपराध को निरंतर कम करने के लिए प्रयासरत रहने हेतु प्रेरित करते हुए कुछ युक्तियाँ बताई गई।
दुश्चरित्र व्यक्तियों की निगरानी करने के लिए फोटो सहित दुश्चरित्र व्यक्तियों का विवरण हर थाना के सूचना पट पर विद्यमान होने के साथ-साथ थाने के इलाके में स्थित नाकों, पी॰सी॰आर॰, राइडर, गस्त पार्टी और बीट अधिकारियों के पास भी होना चाहिए, ताकि उन पर नजर रखी जा सके।
बंदीकरण से मुक्त अपराधियों की निगरानी करने के लिए सजा समाप्ति उपरांत, पेरोल या जमानत पर, जमानत की शर्तों की उल्लंघना करके जेल से बाहर रह रहे अपराधियों का फोटो सहित विवरण  इलाके में स्थित नाकों, पी॰सी॰आर॰, राइडर, गस्त पार्टी और बीट अधिकारियों के पास भी होना चाहिए, ताकि उन पर नजर रखी जा सके। इसके लिए ‘इगल‘ नाम के एक सॉफ्टवेअर को प्रयोग में लाए जाने पर काम किया जा रहा है, जिसकी मदद से किसी संदिग्ध व्यक्ति का मोबाइल से फोटो उतारने पर अगर उस व्यक्ति का कोई अपराधिक रिकॉर्ड हुआ तो उस व्यक्ति का पूरा आपराधिक विवरण पता चल जाएगा।
इलाके में प्रशासनिक या व्यक्तिगत तौर पर लगाए गए सी॰सी॰टी॰वी॰ कैमरों की मदद से निगरानी सुनिश्चित करें तथा यह कैमरे हमेशा चालू हालत में हों क्यूंकि इनसे अपराधों की रोमथाम और अनुसंधान में बहुत मदद मिलती है। इसके अतिरिक्त शराब के ठेकों व पेट्रोल पंपों पर उनके मालिकों को सी॰सी॰टी॰वी॰ कैमरे लगवाने के लिए कहें।
वाहनों में चोरी को रोकने के लिए चोरी निरोधक यंत्र स्थापित करवाने के लिए बीट अधिकारी लोगों को प्रेरित करें। वाहनों को सुनसान श्रेत्र में पार्क न करें। इस संबंध में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय से बात करके वाहनों के पंजीकरण के समय उनमें इन यंत्रों का लगा होना भी सुनिश्चित करवाया जा सकता है। वाहन चोरी पर रोक लगाने के लिए इस प्रकार के प्रयास किए जाने चाहिए।
कानून व्यवस्था बनाए रखने और जनता की सुरक्षा में पुलिस द्वारा किए जा रहे प्रयासों को ट्विटर आदि के माध्यम से प्रसारित किया जाना चाहिए। इससे कई बार जनता द्वारा भी बडे़ उपयोगी सुझाव दे दिए जाते हैं। इससे जनता में सुरक्षा की भावना उत्पन्न होती है। इसके माध्यम से हम उत्कृष्ट कार्य करने वालों की सहराना कर उनका हौसला अफजाही भी कर सकते हैं।
इलाका में थाना प्रभारी या इलाके के उच्चाधिकारियों द्वारा जनता के साथ संगोष्ठियों का आयोजन कर उनको सदाचार, सदभावना व भाईचारे के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। इससे जातिगत तथा सांप्रदायिक और पुरानी रंजिश आदि के कारण होने वाले विवाद समाप्त हो जाते हैं। जिन लोगों से अचानक उत्तेजना या किसी अन्य कारण से पहली बार अपराध हो जाता है और वे आदतन अपराधी नहीं हैं, उन्हें अपराध की दुनिया की दुर्दशा से अवगत करवा कर अपराध से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जाए।
नौकरों और कर्मचारियों की पुलिस वैरीफिकेशन करवाएँ। इस प्रकार जनता अपराध की समाप्ति के लिए पुलिस की सहायक बन सकती है और इलाके में कानून एवं शांति व्यवस्था बनी रहती है।
उत्कृष्ट कार्यनिष्पादन के लिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रंशसा करते हुए संगोष्ठी का समापन किया गया।
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