Connect with us

Faridabad NCR

फैमली डॉक्टर की तरह अब फरीदाबाद की जनता को मिला फैमली पुलिस ऑफिसर : पुलिस आयुक्त ओ पी सिंह

Published

on

Spread the love
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : कार्यालय पुलिस आयुक्त में आयोजित बीट अधिकारियों की एक संगोष्ठी के दौरान गत सप्ताह में उनके द्वारा उनके बीट ऐरिया में किए गए कार्यों को ब्यौरा लेते हुए पुलिस आयुक्त, फरीदाबाद श्री ओ॰पी॰ सिंह द्वारा कहा गया कि फरीदाबाद में एक प्रभावशाली बीट सिस्टम लागू होने से लोगों को फैमली डॉक्टर की तरह एक फैमली पुलिस ऑफिसर भी मिल गया है।
इस सिस्टम के अंतर्गत हर थाने के ऐरिया को बीटों में विभाजित करके एक बीट अधिकारी नियुक्त किया गया है, जिसके द्वारा घर-घर जाकर लोगों के बारे में जानकारी ली गई और उनको अपनी जानकारी व मोबाइल नंबर दिया है तथा पुलिस विभाग से जुडे़ जिन कार्यों में वे जनता की मदद कर सकते हैं, उनकी जानकारी भी साझा की गई है।
बीट अधिकारी अपनी बीट के ऐरिया में लगभग 80 लोगों से रोजाना संवाद कायम करते हैं। फैमली पुलिस ऑफिसर होने के नाते जनता और पुलिस दोनों को इसका लाभ प्राप्त हुआ है।
बीट प्रणाली से जनता को अनेकों प्रकार से लाभ प्राप्त हुए हैं जैसे की-
• संदेहजनक फोन कॉल के बारे में प्रतिक्रिया देने से पहले या कोई सामूहिक कार्यक्रम करने से पूर्व लोग अपने बीट अधिकारी से सलाह लेते हैं।
• पुलिस विभाग से जुडे़ उनके कार्य आसानी से हो रहे हैं।
• आवारा बच्चों ने ऐरिया में हुड़दंगबाजी करनी बंद कर दी है।
• महिलाएँ कहती हैं कि उनके पति जो दारू पीकर मारपीट करते थे, अब वे ऐसा नहीं करते हैं।
• ए॰टी॰एम॰ से पैसे निकलने वाले कम पढ़े लिखे लोगों की मदद के बहाने से उनके ए॰टी॰एम॰ को स्केन करने वाले बदमाश अब ए॰टी॰एम॰ के आस पास भी नहीं दिखते।
• बीट के निर्जन स्थानों में होने वाली शराबखोरी और जुआ आदि बंद हो गए हैं।
• बच्चे अवारागर्दी छोड़कर पढ़ाई और खेलकूद की और अग्रसर हो रहे हैं।
• लोगों को बीट अधिकारी के व्हाट्सेप ग्रुप के माध्यम से अपराधियों से बचने की युक्तियों का पता चला है।
• गली, मोहल्ले और घर के कहासुनी जैसे छोटे-मोटे विवाद बीट अधिकारी के पास फोन करने से ही निपट जाते हैं।
• वरिष्ठ नागरिक, जिनके बच्चे विदेश में रहते हैं, उनके पास बीट अधिकारियों का मोबाइल नंबर होने से वे अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
• जागरूक किए जाने के कारण वाहन चोरियों की वारदातों में भी कमी आई है।
• महिलाएँ भी मोबाइल और चैन स्नैचिंग के अपराधों के प्रति सतर्क और जागरूक हो रही हैं।
• लोगों को अपराध की दुनिया की दुर्दशा की जानकारी मिली है और पता चला है कि एक मुकदमा केंसर से कम नहीं होता। इसलिए लोग संयम में रहने लगे हैं।
• अधिकतर विवादों को लोग आपसी बातचीत के जरिए निपटाने लगे हैं, क्योंकि उनको समझ आ गया है कि गोली वहीं चलती है जहाँ बोली नहीं चलती।
इसी प्रकार बीट सिस्टम लागु होने से पुलिस विभाग को लाभ हुए हैं जोकि इस प्रकार है-
• जनता से पुलिस को सत्य एवं उपयोगी सूचना नियमित प्राप्त हो रही हैं, जिनके कारण अपराध पर नियंत्रण करने में मदद मिल रही है।
• जनता पुलिस को अपना मित्र समझकर हर संभव सहयोग दे रही है।
• पैदल घूमने से स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ बीट ऐरिया की स्थल आकृति का पता लगा है।
• बीट सिस्टम से ऐरिया की जानकारी के साथ-साथ लोगों से जान पहचान भी बढ़ी।
• पुलिस को समाज के बच्चे, युवा व बुजर्गों से बहुत सम्मान मिल रहा है, इसलिए अब ड्यूटी कोई बोझ प्रतीत नहीं होती।
• एस॰एच॰ओ॰ की तरह एक सिपाही और मुख्य सिपाही को भी अपने इलाके को संभालने का अनुभव मिल रहा है।
पुलिस कमिश्नर ने फरीदाबाद के नागरिकों से अपील की कि कानूनी रूप से अयोग्य बच्चों को चलाने के लिए अपनी गाड़ी न दें| अपने कीमती सामान को बैंक के लॉकर में ही रखें। कोविड-19 के कारण दो गज की दूरी को ध्यान में रखते हुए अपने ऐरिया में बच्चों की खेलकूद आदि की प्रतियोगिताओं का आयोजन करें और उचित इनाम देकर उनका उत्साहवर्धन करें, ताकि बच्चे आपराधिक प्रवृति से बचे रहें और इसी प्रकार पुलिस-पब्लिक एकता को बनाए रखने के सन्देश के साथ ही संगोष्टी का समापन किया गया|
Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright © 2024 | www.hindustanabtak.com