Faridabad NCR
सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल में हर्षोल्लास के साथ ऑनलाइन मनाया गया दशहरा
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : दयाल बाग स्थित सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों ने शुक्रवार को ऑनलाइन दशहरे पर्व का आयोजन किया। इस दौरान प्री प्राइमरी विंग के नन्हे-नन्हे बच्चों ने अपनी कला प्रदर्शन से सबका मन मोह लिया।बच्चों ने घर में रहकर रामलीला का मंचन किया और राम, सीता, हनुमान जी की वेशभूषा धारण कर उनके विषय में भी बताया। इस दौरान विद्यार्थियों ने राम भक्ति पर कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए। प्राइमरी विंग के बच्चों द्वारा प्रस्तुत रामजी की स्तुति और गरबा से कार्यक्रम गुंजायमान हो गया। विद्यार्थियों ने घर से ही शिक्षकों के मार्गदर्शन के द्वारा मर्यादा पुरुषोत्तम के जीवन चरित्र का प्रदर्शन किया। इसके साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया था। जिसमें अभिनय कला, रामायण चरित्र बखान, मुखौटा तैयार करना आदि गतिविधियों को बच्चों ने पूर्ण रुचि से किया। जूनियर विंग के विद्यार्थियों ने भी कोविड-19 रक्षक मास्क, तोरण,पोस्टर व कोविड-19 से बचने के सुझाव देने वाली गतिविधियों को बड़े अच्छे ढंग से किया। ऑनलाइन मनाए गए दशहरा उत्सव को सराहते हुए सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्य सुश्री शुभ्रता सिंह ने सभी को नवरात्रि और दशहरे की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रावण हर क्षेत्र में श्रेष्ठ था। लेकिन बुराई के कारण असुर कहलाया। उसका अंत कर राम ने बुराई पर अच्छाई की जीत हासिल की,उन्होंने कहा कि सब में कोई न कोई बुराई है इसलिए संकल्प लेना होगा कि हम बाहरी बुराई के साथ-साथ अपने भीतर की बुराइयों को भी समाप्त कर देगें। प्रधानाचार्या ने त्योहार का महत्व समझाते हुए यह भी बताया कि पर्व हमें न सिर्फ अपने इतिहास से जोड़ता है, बल्कि आपसी प्रेम और सामाजिकता का भी संदेश देता है।
इसके पश्चात सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल के मुख्य निर्देशक और वरिष्ठ अधिवक्ता श्री सत्येंद्र भडाना जी ने बच्चों और सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल के सभी सदस्यों को दशहरे की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दशहरे का उद्देश्य असत्य पर सत्य की, प्रकाश की अंधकार पर जीत के पर्व के रुप में मनाना है, इसलिए मैं कामना करता हूं कि कोविड-19 अंधकार रूपी राक्षस जल्दी ही हमारे जीवन से दूर चला जाए और हम सब खुशहाल जीवन जीए।
इस अवसर पर उपप्रधानाचार्य सुश्री नंदा शर्मा जी ने भी बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें राम राज्य के विषय में जानकारी दी।