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Faridabad NCR

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सामाजिक समरसता का संदेश देने के उद्देश्य से भगवान वाल्मीकि के चित्र किए भेंट

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 4 नवंबर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा भगवान वाल्मीकि प्रकटोत्सव दिवस पर सामाजिक समरसता का संदेश देने के उद्देश्य से मंदिरों में भगवान वाल्मीकि के चित्र सप्रेम भेंट किए गए। संघ का उद्देश्य यह है कि हरियाणा प्रांत के सभी मंदिरों में समरसता पोषक एवं प्रभु श्रीराम से अवगत कराने वाले भगवान वाल्मीकि के चित्र सभी मंदिरों अवश्य होने चाहिएं। उक्त चित्र मंदिर कार्यकारणी को सप्रेम भेंट किए गये। मंदिर कार्यकारणी ने सभी चित्रों को उचित स्थान पर मंदिर में लगवाया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह प्रांत कार्यवाह राकेश त्यागी ने बताया कि भगवान वाल्मीकि के चित्र मंदिरों में लगने से समाज में समरसता का भाव जागृत होगा। भगवान वाल्मीकि ने ही हम सभी को भगवान श्रीराम के बारे में रामायण के माध्यम से अवगत कराया। सामाजिक समरसता मंच के जिला संयोजक अरुण त्यागी ने बताया कि रामायण के रचयिता आदि कवि  समरसता पोषक पूज्य भगवान वाल्मीकि के प्रकटोत्सव दिवस पर सामाजिक समरसता मंच,फरीदाबाद के द्वारा जन कल्याण मंदिर (सैक्टर-7), श्री हनुमान मंदिर (जैड पार्क,सैक्टर-16), श्रीलक्ष्मी नरायण मंदिर (सैक्टर16) और ओम शिव शक्ति माँ दुर्गा मंदिर (सैक्टर-3,बल्लभगढ़) में भगवान वाल्मीकि के चित्र मंदिर कार्यकारणी को सप्रेम भेंट किये गये एवं मंदिर कार्यकारणी द्वारा चित्रों को उचित स्थान पर लगवाया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह प्रांत कार्यवाह राकेश त्यागी, ओ.पी .धामा, निर्मल धामा, जय प्रकाश अरोड़ा, सतीश खन्ना, रवीन्द्र मंगला, कुलदीप अग्रवाल- प्रधान (जन कल्याण मंदिर, सैक्टर-7), बलवान शर्मा- प्रधान(श्री हनुमान मंदिर, सैक्टर-16),श्रीमान डी.पी.जैन जी प्रधान,(श्री लक्ष्मी नरायण मंदिर, सैक्टर-16)अपनी समस्त कार्यकारिणी संग उपस्थित रहे। अरुण त्यागी ने इन पंक्तियों के साथ अपने भाव प्रकट किए –
आदि कवि का प्रकटोत्त्सव है चरण वंदना करते हैं।
‘रामायण’ के इस रचयिता की चरणधूल सिर धरते हैं।
बाल्मिकी मुनि महाज्ञानी थे अपनी संस्कृति के नायक-
उनके उपदेशों के समर्थक उनका दम नित भरते हैं।
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