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कैलीग्राफ़ी में बनाई अपनी एक अलग पहचान : सिमरन

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New Delhi Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj कहते हैं कि किसी भी कला में निपुणता दिलाती है आपको समाज में एक अलग पहचान और मदद करती है आपको अपना एक अलग अस्तित्व बनाने में! और, ऐसा ही कुछ हुआ है दिल्ली की रहने वाली सिमरन के साथ भी! पेशे से एक फ़ॉरेंसिक पोस्ट-ग्रेजुएट होने के साथ साथ सिमरन को कैलीग्राफ़ी जैसी अद्भुत कला में भी महारत हासिल है! तो, आइए जानते हैं सिमरन से ही उनकी इस कला के बारे में:

कैलीग्राफ़ी जैसी इस अद्भुत कला में अपने शुरूआती दौर के बारे में कुछ बताएं!

इस कला में मेरी शुरुआत कॉलेज के समय से हुई थी। उस समय इस कला का उपयोग केवल कुछ गिने-चुने लोगों द्वारा ही किया जाता था। कैलीग्राफ़ी इंस्ट्रूमेंट्स, पेन को पकड़ने की समझ और इस कला में इस्तेमाल की जाने वाली आवश्यक सामग्री को जुटाने में मुझे तक़रीबन छः महीने लगे। फिर मैंने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स जैसे यूट्यूब, इंस्टाग्राम, इत्यादि, पर अलग-अलग वीडियो की मदद से इस कला को सीखा।

तो, कैलीग्राफ़ी को आप अपने कैरियर के रूप में देखती हैं या इसे सिर्फ़ एक हुनर के रूप में ही लेती हैं?

मैं एक फ़ॉरेन्सिक पोस्ट ग्रेजुएट हूँ! जहां तक सवाल है कैरियर का; तो, कैलीग्राफ़ी मैंने शौक़िया तौर पर सीखी थी और आज भी इसे मैं अपने एक शौक़िया हुनर की तरह ही लेती हूँ! इसलिए, मैं एक फ़्रीलांस कैलीग्राफ़ी आर्टिस्ट के रूप में ही काम कर रही हूँ!

अपनी इस कला के ज़रिए आपको विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर कैसा रिस्पांस मिल रहा है?

मेरे लिए सोशल मीडिया तो जैसे एक आशीर्वाद या वरदान के रूप में साबित हुआ है! इंस्टाग्राम जैसे जाने-माने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर @Midnightscribbler नाम से मैंने अपना एक पेज बनाया है। इसके माध्यम से सिर्फ़ शौकिया तौर पर शुरू हुआ मेरा यह सफ़र आज मुझे एक अलग पहचान और नाम दिला चुका है। इसके माध्यम से मैं कैलीग्राफ़ी में रूचि रखने वाले व्यक्तियों को अब ऑनलाइन क्लासेस भी उपलब्ध करवाती हूँ!

अपनी इस कला को निखारने में आप कितना समय देती हैं?

मैं देवनागरी (हिंदी) और गुरमुखी (पंजाबी) में अपनी इस कला को निखारने के लिए रोज़ाना कम-से-कम चार घंटे का समय देती हूँ। इसके साथ ही जब भी मुझे समय मिलता है; तो, मैं कॉपरप्लेट कैलीग्राफ़ी और डिजिटल पेंटिंग का अभ्यास भी करती हू।

आप अपनी इस कला के लिए कौन-से इंस्ट्रूमेंट्स का इस्तेमाल करती हैं?

मैं कैलीग्राफ़ी के लिए ब्रश-पॉइंटेड पेन, ब्रॉड एज डिप पेन और डिजिटल आर्ट के लिए प्रोक्रिएट ऐप का उपयोग करती हूँ।

इस आर्ट का सबसे कठिन और सबसे फ़ायदेमंद हिस्सा कौन-सा है?

यह कला पूर्णतया मांसपेशियों की स्मृति पर आधारित है। इसके लिए निरंतर और लगातार अभ्यास की आवश्यकता होती है। इस आर्ट को करने से आपका मूड रिफ़्रेश होता है। और, आप अपने जीवन में कुछ नया और अलग करने के लिए तैयार होते हैं।

अपनी इस कला को लेकर आपके भविष्य के क्या प्लान्स हैं?

मुझे आर्ट जर्नलिंग और सरल उदाहरणों में कैलीग्राफ़ी को विकसित करना पसंद है, इसलिए मेरी भविष्य की आकांक्षाएं इस कला को दुनिया में और अधिक बढ़ाने की हैं।

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