Faridabad NCR
डी.ए.वी शताब्दी काॅलेज में तीन दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : ऑनलाइन शिक्षण और अधिगम की बढ़ती माँग को देखते हुए वर्तमान में शिक्षकों को शिक्षक प्रक्रिया की गुणवत्ता में वृद्धि करने और पारम्पारिक शिक्षण- प्रणाली में सुधार करने हेतु प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से डी.ए.वी शताब्दी काॅलेज में आई.क्यू.ए.सी. के सौजन्य से तीन दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में ऑनलाइन शिक्षण -तकनीकी, शिक्षण अधिगम मूल्यांकन प्रक्रिया एवं शिक्षण और शोध के पारस्परिक सम्पर्क को अपने आपे क्षेत्र में पारंगत विषेशज्ञों के द्वारा जूम प्लेटफाॅर्म के माध्यम से शिक्षकों को समझाया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम दिन एम.डी.यू रोहतक के वाणिज्य विभाग के पूर्व अध्यक्ष और डीन डाॅ. रविन्द्र विनायक ने उच्च शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों के लिए शोध की महत्ता पर जोर देते हुए बताया कि एक अच्छे शिक्षक के लिए एक अच्छा शोधकर्ता होना भी अति आवश्यक है। कार्यषाला के द्वितीय दिन जे.एस.बोस यूनिवर्सिटी साइंस एवं टेक्नोलाॅजी फरीदाबाद से प्रो. डाॅ. एस.के. बेदी ने शिक्षण-विधियों में गुणवत्ता लाने और समकालीन तकनीकी युग में ऑनलाइन शिक्षण उपकरणों के उपयोग को आवश्यक बताते हुए विभिन्न उपकरणों की जानकारी दी। कार्यक्रम के अंतिम दिन प्रिंस सत्ताम बिन अब्दुल अज़ीज यूनिवर्सिटी, सउदी अरेबिया से कैमिस्ट्री विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. काकुल हुसैन ने बताया कि शिक्षक और छात्र दोनो ही अपने-अपने क्षेत्र में एक दूसरे का मूल्यांकन करते हुए शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को सुगम बनाते है। इस त्रिदिवसीय कार्यक्रम का आयोजन काॅलेज की कार्यवाहक प्राचार्या डाॅ सविता भगत के कुशल मार्गदर्शन और सहयोग से किया गया। डाॅ सविता भगत ने कहा कि इस कठिन दौर में छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए शिक्षक को शिक्षण के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारी अधिक गंभीरता से और कुशलता से निभानी चाहिए। आई.क्यू.ए.सी. के कोटाॅर्डिनेटर और कार्यक्रम के संचालक प्रोफेसर मुकेश बंसल ने सभी मुख्य वक्ताओं का परिचय देते हुए उनका हार्दिक अभिनन्दन किया कार्यक्रम के अंतिम दिन एस.एफ.एस की ओवर ऑल कोऑर्डिनेटर डाॅ. अर्चना भाटिया ने सभी वक्ताओं का धन्यवाद करते हुए आगे भी इस प्रकार के कार्यक्रम शिक्षक हित में करते रहने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में 95 से अधिक शिक्षक शिक्षिकाओं ने भाग लिया। इस कार्यक्रम के सफलता पूर्वक आयोजन में ललिता ढिंगरा, रजनी टूटेजा, रितु खेरा, बिंदु राॅय और दिनेश कुमार का विषेश सहयोग रहा।