Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : परिस्थितियां चाहे कैसे भी हो परंतु जब इंसान इमानदारी का रास्ता चुन लेता है तो लालच रूपी बड़ी से बड़ी चुनौतियां उसके सामने घुटने टेक देती हैं।
ईमानदारी का ऐसा ही परिचय दिया है पुलिस चौकी बस स्टैंड बल्लभगढ़ में कार्यरत मुख्य सिपाही राकेश ने।
कल शाम जब मुख्य सिपाही राकेश अपनी चौकी के बाहर सड़क पर पैदल गश्त कर रहे थे तो उन्हें रास्ते में सड़क पर गिरा हुआ एक मोबाइल दिखाई दिया।
मुख्य सिपाही ने फोन उठाया और देखा तो मोबाइल स्विच ऑफ हो चुका था। यह मोबाइल रेडमी कंपनी का था, जिसकी कीमत लगभग 16000 रुपये थी, यदि पुलिसकर्मी चाहता तो मोबाइल को अपने पास रख सकता था परंतु ईमानदारी का परिचय देते हुए, पुलिसकर्मी ने मोबाइल को उसके मालिक तक पहुंचाने का निश्चय किया।
पुलिसकर्मी ने आसपास के लोगों से इसके मालिक के बारे में पूछताछ की परंतु किसी को उसके मालिक के बारे में पता नहीं था।
इसके बाद पुलिसकर्मी ने मोबाइल फोन ऑन किया जिस पश्चात उस मोबाइल पर उसके मालिक का फोन आया तो मुख्य सिपाही ने उसे अपना मोबाइल लेने के लिए मोबाइल बिल सहित पुलिस चौकी में बुला लिया।
फोन का मालिक फोन लेने के लिए पुलिस चौकी में आया और उसने बताया कि उसका नाम राहुल है। वह पश्चिम बंगाल का रहने वाला है तथा यमुनानगर में लकड़ी के कारख़ाने में कार्यरत है और वह लकड़ी के कारखाने के कुछ काम के सबंध में फरीदाबाद आया हुआ था और उसका मोबाइल कही रास्ते में गिर गया और गुम हो गया था|
जब यह सत्यापित हो गया कि मोबाइल उसी का है तो इसे सकुशल उसके हवाले कर दिया गया।
मोबाइल मिलने के पश्चात राहुल बहुत खुश हुआ और उसने पुलिसकर्मी की ईमानदारी और पुलिस के सौहार्द्यपूर्ण व्यवहार के लिए उनका धन्यवाद किया।