Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण में कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी की तर्ज पर जे० सी० बोस यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद में ऑनलाइन माध्यम से एग्जाम कराने के बारे में छात्रों की तरफ से हरियाणा के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, शिक्षा मंत्री और जेसी बोस यूनिवर्सिटी के उपकुलपति को पत्र लिखकर छात्रों की तरफ से अनुरोध किया।
एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री ने बताया कि हाल ही में फरीदाबाद में स्तिथ जेसी बोस यूनिवर्सिटी में छात्रों की परीक्षाएं कराने को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया हैं जिसमें छात्रों की परीक्षाएं ऑफलाइन माध्यम से कराने का तुगलकी फरमान जारी किया हैं जबकि अभी तक भी यूनिवर्सिटी में कक्षाएं तथा सभी तरह के टेस्ट ऑनलाइन माध्यम से हुए हैं और हो भी रहे हैं। इस फैसले को लेकर यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं में काफी रोष हैं।
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों पहले कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी ने भी इसी तरह से ऑफलाइन मोड़ में परीक्षाएं कराने का तुगलकी फरमान जारी किया था लेकिन छात्रों के विरोध करने के बाद यूनिवर्सिटी ने अपना फैसला वापिस लेकर ऑनलाइन मोड़ में परीक्षाएं कराने का फैसला लिया है। कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी ऑफलाइन परीक्षाएं कराने का तुगलकी फरमान 2 बार वापिस ले चुकी हैं और एक फैसला तो आज ही 22 मार्च को वापिस लेकर ऑनलाइन परीक्षाएं कराने का नोटिफिकेशन जारी किया हैं। ऐसे में एक ही प्रदेश की दो यूनिवर्सिटियों में अलग-अलग माध्यम से परीक्षाएं लेना कहा तक जायज हैं।
कृष्ण अत्री ने बताया कि कोरोना का संक्रमण दूबारा से बढ़ने लगा हैं और आये दिन संक्रमित लोगों की संख्या में बढ़त हो रही हैं। हरियाणा में बीते 30 दिनों में 398% की दर से COVID-19 मामले बढ़े हैं। प्रदेश COVID-19 हॉटस्पॉट के तौर पर उभरा है, जो चिंताजनक है। हरियाणा सरकार द्वारा फरीदाबाद सहित अन्य 6 जिलों में कोरोना के लिए सावधानी बरतने तथा सख्ताई बढ़ाई जा रहीं हैं। ऐसे में फरीदाबाद जिले में स्तिथ जेसी बोस यूनिवर्सिटी में ऑफलाइन माध्यम में परीक्षाएं कराना छात्रों को कोरोना के मुँह में धकेलने की कोशिश हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को हस्तक्षेप करके जेसी बोस यूनिवर्सिटी के छात्रों के जीवन की चिंता करते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन को ऑनलाइन मोड़ में परीक्षाएं कराने का आदेश देकर छात्रों को कोरोना मुक्त माहौल देना चाहिए।