Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौ. भजनलाल की 10वीं पुण्यतिथि के अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आजाद भड़ाना द्वारा पाली स्थित कार्यालय पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम कांग्रेसी नेताओं ने स्व. चौ. भजनलाल के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया। इस दौरान कोविड गाईड लाईंस की पूरी तरह से पालना की गई। स्व. चौ. भजनलाल को नमन करते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आजाद भड़ाना ने कहा कि वे एक कर्मयोगी, युगपुरूष, निडर, साहसी, मृदुभाषी, सिद्धांतप्रिय एवं धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे, जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया था। वे एक कुशल राजनेता, सुयोगय प्रशासक एवं श्रेष्ठ वक्ता थे और उन्हें हरियाणा की राजनीति का पीएचडी माना जाता था। उन्होंने कहा कि चौ. भजनलाल जी एक साधारण परिवार से निकल कर आए थे, उन्होंने समाज के दबे, कुचलों, पिछड़ों को गले लगाया और लाखों लोगों को रोजगार देकर उनका जीवन स्तर को उठाने का काम किया था। तीन बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने चौ. भजनलाल ने अपने कार्यकाल में ऐसे अनेक जनकल्याणकारी कदम उठाए, जो कालांतर में मील का पत्थर साबित हुए। उन्होंने कहा कि पंच-सरपंच से लेकर मुख्यमंत्री के ऊंचे ओहदे तक पहुंचे चौ. भजनलाल जमीन से जुड़े व्यक्ति थे। उनकी सोच थी कि छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें राजनीति से जोडऩा जरूरी है, उनके मुख्यमंत्रीत्व काल के बाद आज तक प्रदेश में छात्र संघ चुनाव नहीं हुए। आजाद भड़ाना ने कहा कि उनके सुपुत्र चौ. कुलदीप बिश्रोई भी उन्हीं के पदचिन्हों पर चलते हुए प्रदेश की जनता की आवाज को बुलंद कर रहे है। राजनीति के सभी ऐशो-आराम ठुकराकर श्री बिश्रोई संघर्ष का रास्ता अख्तियार करते हुए लोगों की सेवा में समर्पण भावना से कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार की नीतियों से जनता पूरी तरह से आहत हो चुकी है और आने वाले समय में प्रदेश में कुलदीप बिश्रोई के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनेगी और श्री बिश्रोई मुख्यमंत्री बनकर अपने पिता के अधूरे कार्याे को पूरा करके प्रदेश को विकास के मामले में देश का अव्वल राज्य बनाएंगे। इस दौरान उपस्थित कांग्रेसी नेताओं स्व. चौ. भजनलाल के आदर्शाे को अपनाते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प भी लिया। इस मौके पर विरेंद्र बैंसला, देवेंद्र भाटिया, चौ मोहिन भडाना, राहुल भडाना, राकेश भडाना, अभिषेक भडाना, विवेक भड़ाना, दिनेश लाला, श्रीमती कोमल देवी, श्रीमती नेहा भड़ाना, मुनेश भड़ाना, सोनिया, सद्दाम हुसैन, दीपक बैंसला, शेखर बैंसला आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।