Connect with us

Faridabad NCR

डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया  फैलने से रोकने के लिए बरतें सावधानियां : यशपाल

Published

on

Spread the love
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 16 जून। उपायुक्त यशपाल ने कहा कि मानसून के मौसम में डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया जैसी मच्छर जनित बीमारियां फैलने का अंदेशा बना रहता है। यह सभी बीमारियां भी घातक हैं और जानलेवा भी साबित हो जाती हैं। ऐसे में जरूरी है कि इन बीमारियों से बचाव को लेकर पहले से ही आवश्यक कदम उठाए जाएं। उपायुक्त यशपाल बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए जिला स्तरीय मलेरिया वर्किंग कमेटी की मीटिंग में अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे । उपायुक्त यशपाल ने मीटिंग में निर्देश दिए कि मलेरिया व डेंगू रोकथाम के लिए सभी विभाग  अपने-अपने विभागों से संबंधित कार्यों को गंभीरता से करें। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में मलेरिया के मामलों में कमी आई है। वर्ष 2019 में जिला में 67 मलेरिया के मामले सामने आए थे और वर्ष 2020 में 9 मामले पाए गए थे। उन्होंने मीटिंग में नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह शहरी क्षेत्रों में फौगिँग का कार्य लगातार करें। इसके साथ ही डीडीपीओ को भी निर्देश दिए कि वह जिला के सभी 127 गांव में फौगिँग का कार्य तत्परता के साथ करवाएं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन तालाबों में  गँबूजिया मछलियां छोड़नी है उन्हें चिन्हित करें। इस पर सीएमओ डॉ रणदीप सिंह पुनिया ने बताया कि जिला में 148 तालाब है और वहां पर जल्द से जल्द गँबूजिया मछलियां छोड़ने का कार्य किया जाएगा। उपायुक्त ने पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों से निर्देश दिए कि वह सड़कों में जल्द से जल्द गड्ढों की भराई करें ताकि वहां पर बरसात के समय में पानी इकट्ठा ना हो सके। इसके साथ ही नगर निगम व अन्य विभागों से भी उन स्थानों पर तेल डालने का अनुरोध किया जहां-जहां पानी इकट्ठा होता है। रोडवेज विभाग के अधिकारियों को उपायुक्त ने मीटिंग में निर्देश दिए कि वह वर्कशॉप में पड़े पुराने टायरों को जल्द से जल्द निस्तारण करें और जो टायर बचे हुए हैं उनमें छेद करें ताकि बरसात का पानी उनमें न रूक सके। मीटिंग में सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वह अपने-अपने कार्यालयों में लगे हुए कूलर कि लगातार सफाई करें। इसके लिए प्रत्येक शुक्रवार को अभियान चलाया जाए । उपायुक्त ने नगर निगम अधिकारियों को निर्देश भी दिए कि वह स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर चेकिंग अभियान चलाएं और जहां भी मच्छरों का लारवा मिलता है वहां पर चलाना अवश्य करें। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पूरे जिला में एक जागरूकता अभियान भी चलाएं ताकि लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जा सके। सीएमओ डॉ संदीप सिंह पुनिया ने बताया कि  मलेरिया फैलाने वाला एनोफलिस मादा मच्छर खड़े पानी में पनपता है और वह रात को काटता है। मलेरिया की रोकथाम के लिए सभी लोगों को चाहिए कि वे या तो मच्छर पैदा ना होने दे और पैदा हो जाए तो उससे मच्छरदानी या मच्छर भगाने की क्रीम अथवा रिपैलेंट लगाकर स्वयं को बचाएं। इसी प्रकार डेंगू फैलाने वाला एडीज मादा मच्छर दिन में काटता है और साफ पानी में पनपता है। यह मच्छर  200 मीटर क्षेत्र में ही रहता है जिसकी वजह से एक घर में डेंगू होने पर उसके सदस्यों व आस-पास के क्षेत्रों मे डेंगू होने का खतरा बढ़ जाता है।  उन्होंने कहा कि चिकनगुनिया जानलेवा नहीं है, यह वायरल बुखार की तरह ही होता है जिसमें जोड़ो में दर्द होता है। मीटिंग में उन्होंने निर्देश दिए कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें कि वह सप्ताह में एक बार कूलर के पानी को पूरी तरह खाली करके उसे सुखाएं। इसी प्रकार घर के पास टूटे हुए मटकों, गमलों, फूलदानों, टायरों आदि में पानी इक्कठा ना होने दें। घर की छत पर पानी ना रूकने दें। डेंगू से बचाव का एक ही तरीका है और वह है सावधानी रखना। मीटिंग में एसडीएम बल्लबगढ़ अपराजिता, एसडीएम फरीदाबाद परमजीत सिंह चहल, एसडीएम बल्लभगढ़ पंकज सेतिया, डिप्टी सीएमओ डॉ राम भगत सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
Continue Reading

Copyright © 2024 | www.hindustanabtak.com