Faridabad NCR
एक बेटी शिक्षित होने से कई परिवारों का भला होता है : मनोहर लाल
उन्होंने कहा कि लड़कियों को काॅलेजों तक पहुंचने में परेशानी से बचाने के लिए 181 रूटों पर महिला बस चलाने का निर्णय लिया गया, जिसमें से 100 रूटों पर बसें चल रही हैं। महिला बसों में एक महिला पुलिस सिपाही की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रदेश में 31 महिला थाने खोले गये हैं तथा जल्द ही तीन और नये थाने खोले जाएंगेे। इसी प्रकार दो हजार महिला पुलिस सिपाही की भर्ती की गई है तथा पुलिस विभाग में महिला पुलिस की संख्या 15 प्रतिशत तक करने का लक्ष्य रखा गया है। महिलाओं की सुरक्षा व अन्य आपराधिक घटनाओं पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि अपराध पर नियंत्रण लगाने के लिए सीसीटीवी सार्थक उपकरण है। इसका उपयोग सुरक्षा की दृष्टि से हर जरूरी स्थान पर किया जाएगा। अब आपराधिक प्रवृति के लोगों को संभल कर चलना होगा, क्योंकि सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस उन पर कड़ी निगरानी रख रही है। छात्राओं की सुरक्षा के लिए ही 300 बसों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक लड़की शिक्षित होने से कई परिवारों का भला होता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में बिगड़ रहे लिंगानुपात को सुधारने के लिए ही जनवरी 2015 में पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत की। उस समय हरियाणा का लिंग अनुपात एक हजार लड़कों के पीछे 871 लड़कियों का था। सरकार के प्रयास से लिंग अनुपात में काफी सुधार आया तथा अब यह 923 तक पहुंच गया है। इस अभियान की शुरूआत से आज तक गर्भ में करीब 30 हजार लड़कियों को बचाया गया है। उन्होंने कहा कि लड़कियों से छेड़खानी करने या कोई घिनौनी हरकत करने के लिए प्रदेश में सख्त कानून बनाया है। अगर 12 साल तक की बच्ची से रेप की पुष्टि होती है तो अपराधी को मृत्यु दंड देने का प्रावधान किया गया है। पुलिस में इंवेस्टीगेशन करने वाले कर्मचारी व अधिकारी को भी सामान्य केस में 15 दिन तक तथा रेप केस में 30 दिन तक जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी प्रकार रेप के अपराधी को अन्न, जल व दवाई को छोड़कर सभी प्रकार के सरकारी लाभ से वंचित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में नारी को पूजनीय माना गया है। नारी को माता, बहन, बेटी व पत्नी के रूप में बहुत ही सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य के जीवन में ज्ञान व संस्कार बहुत जरूरी है। ज्ञान बुद्धि की खुराक हैं। महार्षि दयानंद की सोच के अनरूप महार्षि दयानंद शिक्षण संस्था फरीदाबाद में बेटियों की शिक्षा के लिए बहुत अच्छा कार्य कर रही है। इस शिक्षण संस्था में इस समय चार हजार 500 छात्राएं पढ़ रही है तथा अब तक इस संस्था से एक लाख से अधिक छात्राएं शिक्षित होकर समाज हित में कार्य कर रही हैं। आज समाज बेटियां हर क्षेत्र जैसे शिक्षा, शासन, प्रशासन, राजनिति, खेल, में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने संस्था को 31 लाख रूपए का अनुदान देने की भी घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने एनआरआई दिगंबर नासवा की पुस्तक का भी विमोचन किया।
कार्यक्रम में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि के.एल.मेहत्ता गल्र्स काॅलेज बेटियों को शिक्षित करने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। सरकार ने बल्लबगढ़ में भी महिला कालेज बनाया है, जिससे हजारों लड़कियों को फायदा मिलेगा। इसी प्रकार बल्लबगढ़ में 2 करोड़ रूपए की लागत से रानी की छतरी का सौंदर्यकरण का कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा ने भी अपने विचार रखे। महार्षि दयानंद शिक्षण संस्था के अध्यक्ष आनंद मेहता ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा संस्था की ओर से संचालित गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर मेयर सुमन बाला, विधायक नरेन्द्र गुप्ता, मुख्यमंत्री के राजनितिक सचिव अजय गौड़, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य, मण्डल आयुक्त संजय जून, पुलिस आयुक्त के.के राव, उपायुक्त यशपाल, अतिरिक्त उपायुक्त आर.के. सिंह, एसडीएम अमित कुमार, भाजपा जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा, पूर्व मंत्री ए.सी चैधरी व कृष्ण सिंगला, महेन्द्र नागपाल, संजय अरोड़ा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।