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भारत को प्रीमियर चैम्पियनशिप्स की मेजबानी मिलने पर बोले बीएआई महासचिव
New Delhi Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 13 जुलाई। बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (बीडब्ल्यूएफ) ने भारत को 2026 में होने वाले प्रतिष्ठित बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप की मेजबानी सौंपी है। भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के महासचिव अजय के. सिंघानिया ने इसे भारत के साथ-साथ भारतीय बैडमिंटन बिरादरी के लिए गौरव का पल करार दिया।
यह दूसरी बार होगा जब भारत इस प्रीमियम टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा, जो ओलंपिक वर्ष को छोड़कर हर साल आयोजित किया जाता है। भारत ने हैदराबाद में साल 2009 में अंतिम बार बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी की थी।
इसे लेकर बीएआई में खासा उत्साह है। बीएआई अध्यक्ष और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के साथ-साथ हरियाणा निवासी महासचिव अजय के सिंघानिया ने इसे लेकर खुशी जाहिर की है और कहा है कि 2026 में विश्व चैम्पियनशिप की मेजबानी से भारतीय बैडमिंटन को विश्व महाशक्ति बनने की दिशा में बड़ा कदम उठाने में मदद मिलेगी।
अजय के सिंघानिया ने कहा भारत को विश्व चैम्पियनशिप की मेजबानी मिलना बीएआई के प्रयासों और प्रभाव का नतीजा है। सिंघानिया ने कहा, “टूर्नामेंटों के लगातार रद्द होने और महामारी के कारण इनके लिए विश्व स्तर पर मंच पर उपलब्ध नहीं होने के कारण बीडब्ल्यूएफ एक वैकल्पिक प्रस्ताव के साथ हमारे पास पहुंचा था। बीएआई में हमने महसूस किया कि यह देश के साथ-साथ बैडमिंटन बिरादरी के लिए एक महान अवसर था। “
हाल ही में 2021-24 की अवधि के लिए बीडब्ल्यूएफ परिषद के सदस्य के रूप में भी चुने गए सरमा ने कहा,” इस कद के टूर्नामेंट की मेजबानी बैडमिंटन भारतीय बैडमिटन संघ के साथ-साथ देश के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि होगी। वैसे भी अब भारत को प्रीमियर चैम्पियनशिप्स की मेजबानी के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि इसके लिए यह सबसे माकूल समय है।“
कोरोनावायरस महामारी ने 2020 में खेल गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगा दी थी। इसने बीडब्ल्यूएफ को भी अपने अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट कैलेंडर में भी बदलाव के लिए बाध्य किया। खेल के शासी निकाय को 2021 सुदीरमन कप को सूज़ौ, चीन से वंता, फिनलैंड में स्थानांतरित करने के लिए बाध्य होना पड़ा। इसी तरह 2023 सुदीरमन कप जो मूल रूप से भारत को आवंटित किया गया था, अब सूज़ौ, चीन में आयोजित किया जाएगा।
भारत ने अब तक 10 विश्व चैंपियनशिप पदक जीते हैं, जिसमें मौजूदा चैंपियन पीवी सिंधु एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक के साथ शीर्ष पर हैं, जबकि प्रकाश पादुकोण ने 1983 में विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला पदक जीता था। टोक्यो ओलंपिक खेलने जा रहे बी साई प्रणीत ने साल 2019 में स्विट्जरलैंड के बासेल में पुरुष एकल विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक के साथ 36 साल के लंबे इंतजार को समाप्त कर दिया था। इसके अलावा, 2012 ओलंपिक पदक विजेता साइना नेहवाल ने क्रमशः 2015 और 2017 संस्करणों में रजत और कांस्य जीता था, जबकि अश्विनी पोनप्पा और ज्वाला गुट्टा की महिला युगल जोड़ी ने 2011 में लंदन में कांस्य पदक जीता था।