Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डी.ए.वी शताब्दी महाविद्यालय, फरीदाबाद में छात्रों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी सही ढंग से सुनिश्चित करने व भविष्य में मिलने वाली कठिन प्रतिस्पर्धा के बारे में जागरूक होने को लेकर एक विशेष ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला रूपरेखा व उद्देश्य की जानकारी इसके संयोजक डॉ. नीरज सिंह ने रखी तथा कार्यशाला में शामिल हुए सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। डॉ. नरेंद्र दुग्गल, डीन ऑफ़ स्टूडेंट वेलफेयर, ने भी कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के तौर पर शामिल मंजीत मुकुल का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि श्री मंजीत मुकुल जो लोकसभा में सहयोगी कार्यकारी अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं, वे पूर्व में न केवल महाविद्यालय के छात्र रह चुके हैं बल्कि वह एक छात्र के रूप में अनेक वाद विवाद एवं संभाषण प्रतियोगोताओं में जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर कई बार पुरस्कृत भी हो चुके हैं।
महाविद्यालय की कार्यकारी प्रधानाचार्या डॉ. सविता भगत ने कहा कि भारत की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा युवाओं का है और इन युवाओं को अपना भविष्य सुरक्षित करने के लिए आपसी प्रतिस्पर्धा के कठिन दौर से गुजरना होगा तथा जो युवा समय की मांग को समझते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू करना चाहते हैं उन सभी को दोनों तरह की हार्ड व सॉफ्ट स्किल्स को अपनाना पड़ेगा तभी वे अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। डॉ. भगत ने कार्यशाला के विषय विशेषज्ञ मंजीत मुकुल की तारीफ़ करते हुए कहा कि मंजीत आज जब लोकसभा में अपनी सेवाएं दे रहे हैं तो हमें इस बात पर और ज्यादा गर्व अनुभव होता है कि वो हमारे महाविद्यालय के छात्र रहे हैं।
कार्यशाला विषय विशेषज्ञ, मंजीत मुकुल ने कार्यशाला में शामिल सभी छात्र-छात्राओं को बताया कि चाहे वो सरकारी हो या प्राइवेट नौकरी, उसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्होंने यूपीएससी, एसएससी, एफकैट, बैंकिंग एग्जाम, पार्लियामेंट ऑफ़ इंडिया, सी.टेट, नेट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया की जानकारी के साथ-साथ उनकी तैयारी को लेकर अपने विचार प्रतिभागियों के समक्ष रखे। उन्होंने बड़ी बारीकी से सभी महत्वपूर्ण सरकारी नौकरियों के लिए जरूरी शैक्षणिक योग्यता, ऐज लिमिट, आरक्षण, मिलने वाले प्रयासों जैसे नियमों को बहुत बारीकी से समझाया। उन्होंने एक सरकारी नौकरी से होने वाले विभिन्न फायदों जैसे जॉब सिक्योरिटी, अच्छा वेतनमान, फिक्स्ड प्रमोशन, फिक्स्ड हॉलीडेज व मिलने वाले अन्य मदों की भी जानकारी सांझा की। उन्होंने इन सभी परीक्षाओं की तैयारी के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए जैसे की एग्जाम पैटर्न, समसामयिकी, समाचार पत्र अवलोकन, प्रतियोगी परीक्षा पत्रिका पठन, स्मार्ट वर्क के साथ हार्ड वर्क इत्यादि। कार्यक्रम के संयोजक डॉ नीरज सिंह ने छात्रों द्वारा चैट बॉक्स में पूछे गए प्रश्नों एवं उनकी जिज्ञासा को श्री मंजीत के सामने रखा जिसके उन्होंने काफी सटीक जवाब दिए।
अंत में डॉ. नीरज सिंह ने मंजीत मुकुल व सभी प्रतिभागियों को इस कार्यशाला का हिस्सा बनने पर उनका आभार व्यक्त किया तथा आह्वान किया कि कोई छात्र छात्रा आगे आएं और कार्यशाला के विषय में अपनी इच्छानुसार कुछ कहें। एम कॉम की छात्रा नूर अरोड़ा ने पहल की तथा कार्यक्रम के विभिन्न पहलूओं पर प्रकाश डालते हुए डीएवी के छात्र छात्राओं की तरफ से धन्यवाद ज्ञापन भी किया। इस कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय की प्रधानाचार्या एवं कार्यशाला संरक्षक डॉ. सविता भगत के प्रेरक दिशा निर्देशन में तथा महाविद्यालय के डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर के सौजन्य से किया गया था। मैडम प्रिया गर्ग कार्यशाला की आयोजक सचिव रही। लगभग दो सौ पचास प्रतिभागियों ने ज़ूम प्लेटफॉर्म के माध्यम से इस संगोष्ठी में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। प्राचार्या महोदया ने सभी छात्रों को आश्वासन दिया कि वे भविष्य में भी छात्र हित में ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करते रहेंगे।