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Faridabad NCR

पीड़ित महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रहा है वन स्टॉप सेंटर : उपायुक्त जितेन्द्र यादव

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 9 अगस्त। उपायुक्त जितेन्द्र यादव के कुशल मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जिला के नागरिक अस्पताल बीके में वन स्टॉप सेंटर चलाया जा रहा  है। यह वन स्टाप सैन्टर सखी नाम से विख्यात है। इस सेंटर में जिला में महिलाओं और बच्चियों के साथ किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं एवं बच्चियों को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान की जा रही है।

वन स्टाप सैन्टर की अधिकारी मीनू यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि वन स्टॉप सेंटर के द्वारा घरेलु हिंसा, बलात्कार से पीड़ित महिला, महिला तस्करी,बाल यौन शोषण, बाल विवाह, दहेज़ उत्पीड़न, एसिड अटैक, गुमशुदा सहित किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं को क़ानूनी परामर्श, क़ानूनी सहायता, मेडीकल सहायता, पुलिस सहायता, मनो चिकित्सा परामर्स  तथा पांच दिनों तक अस्थाई आश्रय की सहायता एक ही छत के नीचें प्रदान की जात है।

 मीनू यादव ने आगे बताया कि यह वन स्टाप सेंटर महिलाओं के लिए काफी लाभकारी है और महिलाओ के लिए जिला फरीदाबाद में बहुत बड़ा प्रशासिक सहयोगी व्यवस्था/ स्पोर्ट सिस्टम है। यहाँ महिलाएं स्वयं को बहुत सुरक्षित महसुस करती है, क्योंकि यहाँ महिलाओ की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है। वन स्टाँप सैन्टर पर पीड़ित महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक व मानसिक तौर पर सशक्त बनाने के लिए उनका सही  मार्गदर्शन व सहयोग किया जाता है।

इस सेंटर के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए समय – समय पर जिला फरीदाबाद के विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे है। इसके आलावा जिला के सभी पुलिस थानों के पुलिस कर्मचारयों के साथ भी सेंटर के अधिकारी बेहतर तालमेल के क्रियान्वयन के लिए बैठकें करते रहते है। ताकि सभी प्रकार से ज्यादा से ज्यादा पीड़ित महिलाओं को सेंटर द्वारा मदद मिल सके। इसके साथ ही जो पीड़ित महिला सैंटर तक पहुचनें में सक्षम नहीं है उनको वन स्टाप सैन्टर के कर्मचारी उनके आवास पर जाकर सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आवश्यक सहायता प्रदान कर रहें है।

उन्होंने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि वन स्टॉप सेंटर फरीदाबाद में अब तक घरेलु हिंसा की 493, गुमशुदगी की 195, दहेज़ उत्पीडन की 17, बाल यौन शोषण की 40, बलात्कार की 37,साइबर क्राइम की 32, शारारिक उत्पीड़न की 71 तथा लड़ाई झगडे की 352  शिकायतें प्राप्त हुई है। जिनमे वन स्टाप सैन्टर के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा बेहतर तालमेल करके क़ानूनी परामर्श 378, मेडीकल सहायता 221, पुलिस सहायता 258, मनोचिकित्सा परामर्स 166 तथा आश्रय 233 पीड़ित महिलाओं को विभिन्न सुविधाए प्रदान की जा चुकी है। पीड़ित महिला वन स्टॉप सेंटर में महिला हेल्प लाईन 181, 0129-2421006 तथा स्वयं सेंटर में स्वयं हाजिर हो कर भी शिकायत दर्ज करवा सकती है। जोकि वन स्टॉप सेंटर 24 घंटे सप्ताह के सातों दिन खुला रहता है, जिससे की पीड़ित महिलाओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

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