Nuh Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : हरियाणा सीएलपी के डिप्टी लीडर व नूह से विधायक चौधरी आफताब अहमद ने नागरिकता संशोधन कानून व एन आर सी के खिलाफ नगीना में चल रहे धरने में पहुंचकर अंतिम सांस तक अपना समर्थन देने का ऐलान किया और कहा कि वो हर संघर्ष के लिए तैयार हैं।
हरियाणा सीएलपी के डिप्टी लीडर आफताब अहमद ने कहा कि ये कानून नहीं काला कानून है, जो अंग्रेज़ों की दमनकारी नीतियों जैसा है। उन्होंने कहा कि वो लोकतंत्र व संविधान को बचाने की इस लड़ाई में लगातार लगे हुए हैं। बता दें कि आफताब अहमद ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, इंडिया गेट पहुंचकर इस कानून का विरोध किया था। वो मुख्यमंत्री, गृह सचिव, मंत्री कई जगह मिले और धारा 144 हटाने की मांग की थी। सोमवार को उन्होंने व दोनों विधायकों ने डी सी, एस पी से मिलकर शांति प्रिय तरीके से विरोध कर रहे लोगों को परेशान ना करने की मांग की थी।
आफताब अहमद ने भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी की मोदी सरकार भारतीय संविधान की आत्मा पर साज़िश के तहत हमला कर रही है।
आफताब अहमद विधायक ने कहा कि बाहर से आए हुए किसी भी धर्म के लोगों को नागरिकता देने पर उन्हें कोई आपत्ती नहीं है लेकिन सिर्फ़ मुसलमानों को बाहर से आने पर नागरिकता नहीं देना सरकार की ग़लत मंशा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर नागरिकता देना बीजेपी की ग़लत मानसिकता को बताता है।
सीएलपी हरियाणा के उप नेता आफताब अहमद ने कहा कि ये बिल देश की सांस्कृतिक, भाषाा और पारंपरिक विरासत से खिलवाड़ है। कोई भी मज़हब किसी की राष्ट्रीयता को तय करने का पेमाना नहीं हो सकता है। भारत की मिट्टी में सभी धर्मों के लोगों का खून है और हमारा देश सबके लिए है। नागरिकता बिल देश की आत्मा के ख़िलाफ़ है। उन्होंने कहा कि देश की आत्मा के साथ अगर छेड छाड़ हुए तो देश अपने मूल्यों से भटक जायगा।
आफताब अहमद ने कहा कि असम में नागरिकता रजिस्टर को अपडेट किया गया और अभी भी 19 लाख लोग इससे बाहर हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी की उपलब्धि रही है कि उसने भारतीय अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया, न्यायिक प्रणाली को मार दिया, भारतीय संविधान का गला घोट दिया और अब भारतीयों को बांट दिया।
आफताब अहमद ने कहा कि वो इस बिल की पुरजोर मुखालफत करते हैं और बीजेपी सरकार के खिलाफ हर संघर्ष के लिए तैयार हैं। उन्होंने अपील की कि देश का हर नागरिक चाहे वो किसी भी धर्म का हो वो इस बिल की पुरजोर मुखालफत करें ताकि देश की आत्मा बची रहे और महात्मा गांधी की आत्मा बैचैन ना हो।