Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि नवनियुक्त पुलिस आयुक्त श्री विकास कुमार अरोड़ा द्वारा अपने कार्यालय में सभी डीसीपी, एसीपी व थाना प्रबंधकों, चौकी प्रभारी, क्राइम ब्रांच प्रभारी तथा आर्थिक अपराध सेल प्रभारी के साथ प्रथम मीटिंग में अपराध की समीक्षा की गई।
इस दौरान उन्होंने पहले सभी थाना प्रबंधक व अधिकारियों से उनके क्षेत्र में हो रहे अपराध की जानकारी प्राप्त की और अपराध पर अंकुश व अपराधियों की धर-पकड़ के निर्देश दिये तथा संगीन अपराधों की फाईलों पर अधिकारी स्वयं नजर रखेंगे।
अपराध नियंत्रण की समीक्षा करते हुए उन्होंने डीसीपी व एसीपी को भी अपने स्तर पर कार्यालय में अपराध बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया।
फरीदाबाद पुलिस अब आपराधिक इतिहास वाले अपराधियों के बारे में संबंधित राज्य व जिले के पुलिस अधिकारी से जानकारी साझा करते हुए उसकी कुंडली खंगालेगी।
महिलाओं की सुरक्षा रहेगी प्राथमिकता ।महिलाओं से छेड़छाड़ व अभद्र व्यवहार रोकने के लिए टीम गठित कर उसे सहयोगी पुलिस बल के साथ चिन्हित व महिला सुरक्षा को लेकर संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया जाएगा।
श्री अरोड़ा ने 15 दिनों के अंदर लंबित शिकायतों का प्रभावी निष्पादन करने का निर्देश देते हुए व्यक्तिगत रूप में थानेदारों के साथ अपराध नियंत्रण की दोबारा समीक्षा की जाने की बात कही। न्यायोचित पुलिसिंग पर उन्होंने थानेदारों से कहा कि किसी भी प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर न्याय के सभी पक्षों पर विचार करते हुए आगे उनके खिलाफ सख्त प्रभावी कदम उठायें।
अवैध हथियार, प्रतिबंधित नशा सामग्री और वाहन चोरी के मामले में नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए पुलिस अब अपराध श्रृंखला के अंतिम स्रोत तक पहुँचकर कार्रवाई करेगी।
पुलिस आयुक्त ने सभी थाना के मालखाना प्रदर्श की सूची अद्यतन करने के साथ थाना द्वारा जब्त अवैध शराब को विनष्ट करने का निर्देश दिया।
डॉयल 112 के अंतर्गत उपलब्ध ईआरवी वाहनों को संसाधन के रूप में उपयोग कर अपराध पर अंकुश लगाने का निर्देश दिया।
जिले के सभी थानाक्षेत्रों में जातीय व धार्मिक विषय पर उपजे विवाद को समाप्त करने की त्वरित पहल करते हुए अब फरीदाबाद पुलिस की ओर से शुरूआत में ही विवाद/शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी।
बात-बात पर सड़क जाम कर हँगामा करने वाले उपद्रवियों के विरूद्ध तुरंत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
सड़क निर्माण में कमी के कारण होनेवाली दुर्घटनाओं में अब संबंधित विभाग के अधिकारियों व ठेकेदार को भी दुर्घटना की पुलिस अनुसंधान में शामिल किया जाएगा और दोषी पाये जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही सभी अधिकारियों को ईमानदारी से कार्य करने का स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी पुलिसकर्मी के विरूद्ध शिकायत मिलने पर कार्रवाई होगी।
श्री विकास कुमार अरोड़ा ने अधिकारियों को आपसी तालमेल बनाकर कार्य करने तथा गरीब व वंचित वर्गों की व्यथा का सहानुभूतिपूर्वक समाधान करने की बात कहते हुए यह संदेश साझा किया कि अच्छे कार्यों से हमारी अंतःप्रेरणा समृद्ध होती है और इसके बेहतर परिणाम से सुरक्षा संपन्न होती है।