Faridabad NCR
शरद फाउंडेशन एवं DLSA की कोशिश रंग लाने लगी, बाल भिक्षुक नजर नहीं आए शहर के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : शरद फाउंडेशन और जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण (DLSA) की “बाल भिक्षुक मुक्त फरीदाबाद” बनाने की कोशिश रंग लाई।
कल शनिवार को शरद फाउंडेशन की टीम द्वारा शहर के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर जो कि बाटा मेट्रो स्टेशन के ठीक सामने है, अपनी “बाल भिक्षुक मुक्त फरीदाबाद” ड्राइव की जिसमें ये पाया गया कि मंदिर के प्रांगण में कोई बाल भिक्षुक नहीं था, सिवाए बड़ी उम्र के पांच छः भिक्षुओ के।
ज्ञात हो पिछले हफ्ते इस ड्राइव के अन्तर्गत जिसमें महिला पुलिस द्वारा जुवेनाइल अधिकारी के नेतृत्व में यह ड्राइव की गई, जिसमें इसी जगह से लगभग दस बाल भिक्षूओं को रेस्क्यू किया गया और सीडब्ल्यूसी भेजा गया बाद में उन भिक्षुओं के माता पिता आए और उन्होंने आश्वासन दिया कि आइंदा उनके बच्चे यह कृत्य नहीं करेंगे।
शरद फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ हेमलता शर्माका कहना है कि भिक्षावृत्ति समस्या से पार पाने के लिए उनके पास “इरेडिकेटेड बेगर्ज” प्रोजेक्ट है जो देशव्यापी है, संस्था ने अभी यह छोटी शुरुआत फरीदाबाद जिले से जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण (DLSA) के साथ मिलकर की है, इस ड्राइव “let’s make faridabad child’s baggers free” को (आदरणीय मंगलेश कुमार चौबे जी, सीजेएम एवं सचिव जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण फरीदाबाद हैं) के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है।
जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने इस ड्राइव के लिए शरद फाउंडेशन को अधिकृत किया है। इस ड्राइव के अच्छे परिणामों के लिए शरद फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ हेमलता शर्मा कृत्संकल्प है।
इस अवसर पर टीम शरद फाउंडेशन से चेयरपर्सन डॉ हेमलता शर्मा, ट्रस्टी एवं प्रवक्ता दीपक शर्मा, संस्था के कई वोलेंटियर, डीएलएसए की पैनल अधिवक्ता अर्चना अग्रवाल, एडवोकेट पंकज पाराशर, एवं महिला पुलिस से सपना शर्मा एवं उनकी टीम उपस्थित रहे।