Faridabad NCR
सीवियर हिमोफिलिया -ए से ग्रसित अरुण कुमार का सर्वोदय हॉस्पिटल में हुआ सफल कूल्हा प्रत्यारोपण
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 24 सितम्बर। सर्वोदय हॉस्पिटल, फरीदाबाद में हिमाचल के छोटे से शहर हमीरपुर से अरुण कुमार (28 वर्षीय) का सीवियर हिमोफिलिया ए से ग्रसित होने पर भी सफल कूल्हा प्रत्यारोपण हुआ जिसके बाद मरीज 3 महीनों बाद बेड से उठकर बिना दर्द के चल पाया। यह उत्तर भारत का इस प्रकार का पहला केस है जिसकी सफलता का श्रेय सर्वोदय हॉस्पिटल के कैंसर इंस्टिट्यूट के विभागाध्यक्ष डॉ. सुमंत गुप्ता और जॉइंट रिप्लेसमेंट विभाग के निदेशक डॉ. सुजॉय कुमार भट्टाचार्जी और उनकी टीम को जाता है।
ज्ञात हो कि अरुण कुमार जन्मजात हिमोफिलिया ए से पीड़ित थे इस बीमारी में किसी इंसान के चोटिल हो जाने पर ख़ून का थक्का नही जमता और बार बार ब्लीडिंग होने से कुछ मामलों में जॉइंट्स ख़राब हो जाते है। इस मरीज के भी कूल्हे में परेशानी और दर्द बढ़ गया था जिसकी वजह से वह पिछले 3 महीनों से बेड से नही उठ पाया था और वह असहनीय दर्द से पीड़ित था।
कैंसर इंस्टिट्यूट के विभागाध्यक्ष डॉ. सुमंत गुप्ता ने बताया कि “मरीज की जांचों के बाद पता चला कि वह ब्लड के फैक्टर 8 की कमी से ग्रसित है और जिसकी वजह से इसके जोड़ों के अंदर भी रक्त स्त्राव होने लगा है। ऐसी अवस्था में छोटी सर्जरी करना भी एक बड़ी चुनौती होता है। मरीज के हॉस्पिटल में एडमिट होने के 14 दिन तक उसके ब्लड फैक्टर्स को कृत्रिम ब्लड फैक्टर्स की मदद से बढाकर सामान्य स्तर तक लाया गया उसके बाद ऑपरेशन के दौरान भी उसके थक्का जमने की प्रक्रिया के लिए जरुरी इलाज जारी रखा गया।
जॉइंट रिप्लेसमेंट विभाग के निदेशक डॉ. सुजॉय कुमार भट्टाचार्जी ने बताया कि “इस प्रकार के ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए हमें बिना किसी समझौते के बहुत ही तेजी से सर्जरी को अंजाम देना पड़ता है क्यूँकि यदि सर्जरी के दौरान अधिक रक्त स्त्राव हो गया तो यह मरीज के लिए घातक हो सकता है। इसलिए हमने विशेष प्रक्रिया की मदद से मरीज की सर्जरी की गुणवत्ता से समझौता किये बगैर 30 मिनट चलने वाले ऑपरेशन को 15 मिनट में ही अंजाम दिया। ऑपरेशन के दौरान भी जब कृत्रिम कूल्हे को प्रत्यारोपित करने के लिए हड्डी को काटा जा रहा था तब भी बार- बार उस स्थान पर रक्त अवरुद्धता पैदा कर रहा था। परन्तु वर्षों के अनुभव और आधुनिक तकनीक से हम इस कठिन कार्य को अंजाम दे पाये।
सर्वोदय हेल्थ केयर के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर डॉ. विभु रंजन गुप्ता ने बताया कि इस प्रकार के केस भारत भर में भी केवल कुछ ही मेडिकल संस्थानों पर उपलब्ध है क्यूँकि इस मुश्किल ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए अनुभवी हेमाटो ऑन्कोलॉजी और जॉइंट रिप्लेसमेंट की टीम और आधुनिक तकनीक का मेल चाहिए होता है। हमें ख़ुशी है कि हम फरीदाबाद शहर को देश- विदेश के मेडिकल मानचित्र पर जगह दे पा रहें है। हम भविष्य में भी इसी प्रकार अनुभवी मेडिकल विषेशज्ञों और आधुनिक तकनीक के बदौलत अपने मरीजों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाते रहेंगे।