Faridabad NCR
जिला में कुपोषित बच्चों की पहचान कर उनका इलाज करवाया जाएगा सुनिश्चित: उपायुक्त जितेन्द्र यादव
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 20 नवंबर। उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि जिला में कुपोषित बच्चों की पहचान करके उनका इलाज करवाया जाएगा। कुपोषित बच्चों का इलाज नागरिक अस्पताल बीके में सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार निशुल्क किया जाएगा।
जिला मे कुपोषित बच्चों को महिला एवं बाल विकास विभाग के आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्पर के माध्यम से चिन्हित किया जा रहा है। इसके अलावा सभी बच्चों का डाटा भी ऑनलाइन करना सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके लिए महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं।
महिला बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी मीनाक्षी चौधरी ने बताया कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार गत 16 नवम्बर से जिला के सभी 1294 आंगनबाड़ी केंद्रों को खोलने के आदेश सरकार ने जारी कीए है। अब जिला में सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और हेल्पर्स अपने-अपने इलाकों में कुपोषित बच्चों की पहचान कर रही हैं। वे जीरो से 6 वर्ष की आयु के बच्चों की वजन और हाइट की जांच कर रही हैं और जो बच्चे कुपोषित पाए जा रहे हैं। उन्हें चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने बताया महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा चिन्हित कुपोषित बच्चों का इलाज स्वास्थ्य विभाग के साथ तालमेल करके नागरिक अस्पताल बीके में करवाया जाएगा।
उन्होंने आगे बताया कि इसके अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग के आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व हेल्पर कोविड-19 के वैक्शीनेशन के लिए भी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर सरकार द्वारा चलाई जा रही है हर घर दस्तक यानि घर घर पहुंच कर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का लोगों को वैश्विक महामारी कोविड-19 कोरोना के बचाव के लिए लगाए जा रहे वैक्सीनेशन करने में सहयोग कर रही है।
पीओआईसीडीएस ने आगे बताया कि इसके अलावा जिला में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं हैल्परों द्वारा 0 से 6 वर्ष के आयु के बच्चों को का पूरा रिकॉर्ड CRID पोर्टल पर ऑनलाइन ही किया जा रहा है। अब तक जिला फरीदाबाद में 52.3 प्रतिशत 0 से 6 वर्ष तक आयु के बच्चों का रिकॉर्ड पोपण ट्रैकर पर ऑनलाइन किया गया है और जल्दी ही यह रिकार्ड 100 प्रतिशत ऑनलाइन कर दिया जाएगा।