Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : आज के इस डिजिटल युग में इंटरनेट के माध्यम से किसी भी चीज को प्राप्त करना बहुत आसान हो गया है। ऑनलाइन शॉपिंग, इंश्योरेंस, मूवीस, टिकट बुकिंग, मनी ट्रांसफर या किसी भी प्रकार की सेवाएं चाहिए तो वह इंटरनेट के माध्यम से तुरंत उपलब्ध हो जाती है। लेकिन जितनी आसानी से हमें सेवाएं उपलब्ध होती हैं उतनी ही आसानी से साइबर ठग भोले वाले लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देते हैं। लुभावने ऑफर्स देखकर आमजन लालच में फंस जाते हैं और इन साइबर ठगों की बातों में आकर अपने जीवन भर की जमा-पूंजी पलक झपकते गवां बैठते हैं। आए दिन किसी न किसी के साइबर ठगी का शिकार होने की सूचनाएं प्राप्त होती रहती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए फरीदाबाद पुलिस द्वारा आमजन को साइबर ठगी के प्रति जागरूक करने के लिए समय-समय पर एडवाइजरी जारी की जाती है जिसमें नागरिकों को किसी भी प्रकार के लुभावने लालच में न आकर उन्हें सावधानी बरतने की हिदायत दी जाती है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आजकल के आधुनिक युग में हर नागरिक किसी न किसी माध्यम से इन्टरनेट से जुड़ा हुआ है। इन्टरनेट की इसी कनेक्टिविटी की वजह से हर नागरिक सेकिंडों में एक दुसरे से संपर्क कर सकता है परन्तु कुछ फ्रॉड प्रवृति के लोग इसका गलत इस्तेमाल करके भोले-भाले लोगों के जीवन भर की कमाई को पलक झपकते ही उड़ा लेते हैं। अपराधी साइबर फ्रॉड के नए नए तरीके खोजते रहते हैं जिनमे से कुछ इस प्रकार है:-
*केस 1: कोविड की बूस्टर डोज लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी:* अभी हाल ही में कोविड की बूस्टर डोज लगवाने के नाम पर बूस्टर डोज के रजिस्ट्रेशन का लिंक भेजकर कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है। इस प्रकार के लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है।
*केस 2: प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर ठगी:* कुछ गरीब भोले वाले लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान उपलब्ध करवाने के नाम पर उनसे रजिस्ट्रेशन के नाम पर उनसे मोटी रकम ऐंठ ली जाती है और बाद में वह अपना नंबर बंद करके फरार हो जाते हैं।
*केस 3: लुभावने ऑफर्स का लालच देकर धोखाधड़ी:* कुछ लोग व्हाट्सएप पर अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी कंपनियों की तरफ से लुभावने ऑफर्स के नाम पर फिशिंग लिंक भेजकर लोगों के बैंक अकाउंट साफ कर देते हैं। ध्यान रखें कि कोई भी कंपनी इस प्रकार किसी को फ्री में कुछ भी नहीं भेजती। इसलिए इस प्रकार के लिंक्स पर कभी क्लिक न करें।
*केस 4: बीमा पालिसी अपग्रेड/रिन्यू करवाने के नाम पर ठगी:* फरीदाबाद की साइबर थाना टीम ने कुछ ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो पालिसी धारकों को फ़ोन करके उनकी पालिसी को अपग्रेड या रिन्यू करवाने के नाम पर ठगी कर रहे थे। पैसों के लालच में आकर आमजन इनकी बातों में फास जाते थे और ठगी का शिकार हो जाते थे। फरीदाबाद के लोगों से इसी प्रकार इन ठगों ने 21 लाख से ज्यादा रकम की धोखाधड़ी को अंजाम दिया था।
*केस 5: नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी:* ठगी का यह भी एक तरीका है जिसमे अपराधी आमजन को फ़ोन करके उन्हें बड़ी बड़ी कंपनियों में नौकरी लगाने के नाम पर उनसे पैसे ऐंठ लेते थे। इसी प्रकार ठगी करते हुए ठगों ने फरीदाबाद के कई लोगों से 5 लाख से अधिक रूपए ठगे थे। साइबर टीम इस गिरोह को गिरफ्तार करके हवालात की सैर करवा चुकी है।
*केस 6: KYC के नाम पर ठगी:* साइबर ठगी में यह सबसे आम तरीका है जिसमे नागरिकों को KYC अपडेट करवाने के नाम पर फर्जी कॉल आता है और पीड़ित से उसका OTP पूछकर उनकी मेहनत की सारी कमाई उड़ा लेते है।
*केस 7: लॉटरी के माध्यम से ठगी:* कुछ लोगों को ईमेल या व्ह्ट्सएप्प के माध्यम से लौटरी लगने की सूचना प्राप्त होती है जिसमे लौटरी का पैसा उनके खाते में ट्रान्सफर करने के लिए बताए गए खाते में कुछ राशी जमा करवानी होती है। लालच में आकर कुछ लोग ऐसा करवा भी देते हैं परन्तु बाद में कुछ हाथ लगता है तो वह है लौटरी के नाम पर, पछतावा
*केस 8: गिफ्ट भेजने के नाम पर धोखाधड़ी:* कुछ लोग गिफ्ट का लालच देकर लोगों को फिशिंग लिंक्स भेज देते हैं जिन पर क्लिक करते ही खाते से सारे पैसे साफ हो जाते हैं।
*केस 9: लोन देने के नाम पर धोखाधड़ी* लोगों को आसानी से लोन देने के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूल ली जाती है और बाद में उनको फोन करने पर उनका नंबर बंद मिलता है।
*केस 10: olx पर खरीद भेज के दौरान ठगी* व्यक्तियों को ओएलएक्स पर लालची ऑफर देकर उनसे पैसे ऐंठ लिए जाते हैं और बदले में वस्तु भी प्राप्त नहीं होती।
*हनी ट्रैप:* लोगों के साथ ठगी का सबसे नया तरीका है हनी ट्रैप। इसमें किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म की सहायता ली जाती है जिसमे सबसे प्रमुख है फेसबुक। इसमें लड़कियां लोगों को मेसेज भेजकर उनके साथ विडियोकॉल के माध्यम से सम्बन्ध स्थापित करती है और इस विडियोकॉल को रिकॉर्ड करके उन्हें ब्लैकमेल करती है। पीड़ित को विडियो वायरल के नाम पर ब्लैकमेल किया जाता है जिसमे बदनामी के डर से पीड़ित इनके जाल में फसकर उन्हें पैसे ट्रान्सफर कर देता है। एक बार पैसे मिलने पर यह ठग उसे बार-बार ब्लैकमेल करते हैं और बार बार पैसे वसूलते हैं वहीँ पीड़ित बदनामी के डर से यह बात किसी को बता भी नहीं सकता।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया की साईबर ठगी के शिकार होने का मुख्य कारण है इसके प्रति जागरूक न होना। जागरूक लोग इन ठगों के जाल से बच निकलते हैं वहीँ भोले भाले लोग इनके जाल में फसकर रह जाते हैं। इसी ठगी से बचाने के लिए फरीदाबाद पुलिस ने इस प्रकार की ठगी से लोगों को बचाने के जागरूक कर रही है।
*बरतें यह सावधानियां:*
उन्होंने कहा कि सावधानी बरतकर इन ठगों से बचा जा सकता है जिसमे से कुछ सावधानियां इस प्रकार हैं:
1. फेसबुक या किसी भी प्लेटफार्म पर अनजान लोगों की दोस्ती न स्वीकार करें। इन्हें तुरंत ब्लॉक कर दें और इनके संपर्क में आने से बचें
2. अनजान नंबर की विडियो कॉल रिसीव न करें।
3. अपना ओटीपी-पासवर्ड या बैंक संबंधित जानकारी किसी से भी साझा न करें। कोई भी बैंक अपने ग्राहकों को फ़ोन करके उनसे OTP की मांग नहीं करता इसलिए कभी भी यदि आपसे कोई OTP मांगता है तो कॉल तुरंत डिसकनेक्ट कर दें।
4. किसी के प्रकार के लुभावने ऑफर्स के चक्कर में न फसें
5 अगर आप साइबर धोखाधड़ी के शिकार हो जाते हैं तो तुरंत 155260 हेल्पलाइन पर संपर्क करके अपने साथ हुई धोखाधड़ी के बारे में बताएं आपके बैंक अकाउंट से उड़ाया गया पैसा वापिस आपके खाते में आ जाएगा इसके अलावा आप
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