Panchkula Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की यूथ रेड क्रॉस यूनिट ने भारतीय रेड क्रॉस हरियाणा राज्य शाखा चंडीगढ़ के सहयोग से नशे के दुष्प्रभाव विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला की मुख़्य अतिथि कॉलेज की प्राचार्या डॉ अर्चना मिश्रा रहीं।
प्राचार्याडॉ अर्चना मिश्रा ने कहा नशा सभ्य समाज के लिए विनाशकारी हैं। कोई भी समाज तभी सम्पन्न है जब उसका युवा वर्ग आर्थिक, मानसिक और सामाजिक तौर पर स्वस्थ हो। नशा युवाओं और छात्रों के दुश्मन है।छात्रों को चाहिए कि इनसे दूर रहें, साथ ही अपने आस पास के माहौल को भी नशो से दूर रखें।
कॉलेज यूथ रेड क्रॉस यूनिट इंचार्ज डॉ राकेश पाठक ने कहा नशा भारतीय जीवन का हिस्सा बनकर लत में बदल गया है। रेड क्रॉस वालंटियर्स को हम समाज की इस समस्या से लड़ने के लिए तैयार कर रहे है। रेड क्रॉस सदैव सशक्त और स्वस्थ समाज की बात करता है, हम उसके अनुरूप छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों से परिचित करा रहें हैं। कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से समझाना हैं।
कार्यशाला में कॉलेज के यूथ रेड क्रॉस इंचार्ज डॉ राकेश पाठक, अंग्रेजी विभाग से डॉ हरप्रीत कौर और डॉ मल्लिका व एन जी ओ परिवर्तन वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष रेणुका शर्मा ने छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया।डॉ हरप्रीत कौर ने छात्रों को नशे की लत लगने के विभिन्न कारणों तथा उन कारणों का समाधान बताकर विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया।डॉ मल्लिका ने छात्रों को नशे की लत से छुटकारा पाने के लिए मनोवैज्ञानिक विधियों, संगीत और कला पर ध्यान आकर्षित किया। रेणुका शर्मा ने नशे की लत को छोड़ने के लिए योगा की भूमिका को समझाया।
हरियाणा रेड क्रॉस से सीनियर प्रोग्राम ऑफिसर श्री रविन्द्र कुमार एवम श्री सर्वजीत ने रेड क्रॉस स्वयं सेवकों की भूमिका की प्रशंशा की।
कार्यशाला में छात्रों ने भी अपनी बात रखी। छात्रों ने दर्शकों का ध्यान मोबाईल की लत की ओर आकर्षित किया। कार्यशाला में कॉलेज से 100 छात्रों ने प्रतिभाग किया। डॉ राकेश पाठक ने सभी छात्रों से इस कार्यशाला में बताई बातों को अपनी मित्रमंडली में बताने के लिए आग्रह किया और छात्रों तथा आगंतुक रिसोर्स पर्सन्स को धन्यवाद कहा। कार्यशाला को सफल बनाने में अर्जुन, नवीन, लकी शर्मा, विकी यादव, ललित, मुदस्सर, संजू रानी, भावना, सक्षम, जीवन आदि ने विशेष योगदान दिया।