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Faridabad NCR

पवित्र भूमि काला पानी की पवित्र मिटटी पहुंची भाजपा जिला कार्यालय

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 2 जनवरी। आज भारतीय जनता पार्टी जिला फरीदाबाद कार्यालय पर प्रदेश प्रवक्ता हुकुम सिंह भाटी ने पोर्ट ब्लेयर (काला पानी) की सेलूलर जेल और वाइपर द्वीप से बलिदानी भूमि की पवित्र मिट्टी को लाकर भाजपा जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा को सौंपी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के राजनितिक सचिव अजय गौड़, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ओम प्रकाश रक्षवाल, जिला महामंत्री आर.एन सिंह,किसान मोर्चा प्रभारी वजीर सिंह डागर, जिला मिडिया प्रभारी विनोद गुप्ता व भाजपा मंडल अध्यक्ष एवं मंडल महामंत्री उपस्तिथ रहे।

अजय गौड़ और गोपाल शर्मा के साथ सभी भाजपा कार्यकर्ताओं ने असंख्य, अनाम स्वतंत्रता सैनानियों के बलिदान से सिंचित इस पवित्र मिटटी को माथे पर लगाकर नमन किया और उन सभी स्वतंत्रता सैनानियों को याद कर उनके सर्वोपरि बलिदान के लिए उन्हें स्मरण कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ के नेतृत्व में प्रदेश के 130 नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल अंडमान निकोबार के पोर्ट ब्लेयर (काला पानी) की यात्रा पर गया और काला पानी की प्रसिद्ध सेलूलर और वाइपर जेल में जाकर आज़ादी की लड़ाई में अपने प्राणों का बलिदान देने वाले असंख्य स्वतंत्रता सैनानियों को नमन कर वहां की पवित्र भूमि की मिटटी को लेकर समस्त हरियाणा के सभी जिलों में भाजपा कार्यालय पर भाजपा कार्यकर्ताओं को सौंपा गया है।

प्रदेश अध्यक्ष व प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने वहां पर महान क्रांतिकारी विनायक दामोदर सावरकर, सुभाष चन्द्र बोस व आज़ादी के इन सेनानियों को श्रद्धासुमन अर्पित किये। अंडमान का पोर्ट ब्लेयर द्वीप जो भारत का पहला ऐसा भू भाग बना जहां 30 दिसंबर 1943 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। तिरंगे के लिए हमारे देश के महानायकों ने कितनी यातनाएं झेलीं, कैसे अत्याचार और अन्याय को अपने विचारों की रीढ़ बना लिया, लेकिन कभी झुके नहीं। काला पानी जेल में अनेकों वीर बलिदानियों ने हमारे देश के लिए कुर्बानियां दी और  देश को आजाद कराने के लिए असहनीय यातनाएं झेली।

फरीदाबाद से गए प्रदेश प्रवक्ता हुकुम सिंह भाटी ने बताया कि वहाँ पर खंडित फाँसी के फंदे निर्मम अतीत के साक्षी बनकर आज भी खड़े हैं। इस द्वीप पर सबसे पहली अंग्रेज़ों द्वारा बनाई गई जेल आज भी स्वतंत्रता के मतवालों के बलिदान की गाथा जीवंत करती है। 1857 की क्रांति असफल होने के बाद इस वाइपर द्वीप पर 10 मार्च 1858 को 200 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को एक साथ फांसी दी गई थी।

जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के जिला फरीदाबाद के हर मंडल में इस पवित्र मिटटी को पहुँचाया जाएगा ताकि हर कार्यकर्त्ता उन स्वतंत्रता सेनानियों को स्मरण कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करें और इससे प्रेरित हो समाज व देश की सेवा एक नई उर्जा के साथ कर सकें।

देश के लिए दिया गया उनका बलिदान अनंत काल तक स्मरणीय रहेगा और हमें मां भारती के लिए कुछ करने की प्रेरणा देता रहेगा। इन बलिदानियों की गाथा जिले के हर घर तक पहुंचाई जाएगी। कांग्रेस ने वाइपर द्वीप का इतिहास को छुपाया लेकिन हमारी सरकार इस सच्चाई को जनता के सामने लेकर आयेगी।

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