Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : पुलिस महानिदेशक हरियाणा के आदेशानुसार, फरीदाबाद पुलिस द्वारा विभिन्न केसों में बरामद मादक पदार्थ को पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा की देखरेख में नष्ट किया गया।
जिला फरीदाबाद में गठित ड्रग डिस्पोजल कमेटी के चेयरमैन पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा, डीसीपी सेंट्रल मुकेश मल्होत्रा, डीसीपी बल्लभगढ़ जयबीर राठी, एसीपी हेडक्वार्टर संदीप मोर, एसीपी मुख्यालय संदीप मोर, एसीपी तिगांव सुरेंद्र श्योराण, एसीपी सेंट्रल महेंद्र सिंह, एसीपी बल्लभगढ़ मनीष सहगल, एसीपी सराय देवेंद्र सिंह, एसएचओ थाना तिगांव कुलदीप सिंह सहित गवाह के तौर पर समाज के गणमान्य व्यक्तियों में शाहबाद सरपंच अजायब सिंह, ज्ञानेंद्र सरपंच के पुत्र कृष्ण तथा जसाना गांव के नंबरदार बिल्लू की मौजूदगी में गोल्डन ईगल वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी तिगांव रोड गांव जसाना फरीदाबाद में विभिन्न थानों के 113 मुकदमों में बरामद मादक पदार्थों को अपनी देखरेख में फोटोग्राफी करवा कर सुरक्षित तरीके से नष्ट किया गया। इन 113 मुकदमों में फरीदाबाद पुलिस के 52 तथा जीआरपी पुलिस के 61 मुकदमों में जप्त किया गया नशीला पदार्थ शामिल है।
पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा (कमेटी चेयरमेन) की अध्यक्षता में नष्ट किए गए विभिन्न थानों के 113 मुकदमों में बरामद मादक पदार्थ इस प्रकार हैः-
गांजा-664.961 किलोग्राम
सुल्फा-35.71 ग्राम
स्मैक -65.07 ग्राम
मेठा-38 ग्राम
भांग कैंडी- 7.4 किलोग्राम
चूरा पोस्त- 52.734 किलोग्राम
डोडा पोस्त- 133.582 किलोग्राम
पॉपी हस्क- 92.810 किलोग्राम
इंजेक्शन-213
गोलियां-9460
कैप्सूल-76
नष्ट किए गए उपरोक्त मादक पदार्थों में जीआरपी पुलिस द्वारा जप्त किए गए मादक पदार्थ भी शामिल है जिन्हें कई वर्षों से नष्ट नहीं किया गया था। वर्ष 2005 से जीआरपी पुलिस के मालखाने में जमा मादक पदार्थों को नष्ट किया गया है। एक महीने पहले दिसंबर 2021 में फरीदाबाद पुलिस थानों द्वारा जप्त किए गए मादक पदार्थों को नष्ट किया गया था। उपरोक्त सभी मादक पदार्थों को प्रक्रिया के तहत आग लगा कर नष्ट किया गया है।
श्री विकास कुमार अरोड़ा ने कहा कि जीआरपी थाने में जब्त किए गए माल खाने को नष्ट करने से मालखाने में जगह खाली हो सकेगी जिससे माल खाने में भंडारण की व्यवस्था को सुव्यवस्थित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि नशा इंसान को धीरे धीरे अपराधी बना देता है। नशीले पदार्थ मनुष्य के शरीर के साथ-साथ उसको मानसिक रूप से भी अपाहिज बना देते हैं इसीलिए नागरिक नशे से दूर रहकर समाज कल्याण में अपना योगदान दे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग गलत संगत में पड़कर या शौकिया तौर पर नशे का सेवन शुरू करते हैं परंतु बाद में उन्हें इसकी लत लग जाती है जिसके पश्चात इसकी आदत छोड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है इसीलिए पहले दिन से ही इससे दूर रहना चाहिए ताकि आपके आने वाले भविष्य को नशे से दूर रख कर उज्जवल बनाया जा सके। पुलिस आयुक्त ने बताया कि नशा बर्बादी का घर है और ऐसी गलियों से गुजरना बहुत खतरनाक साबित हो सकता है इसलिए ऐसी गलियों से बचें और अपनी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाकर जीवन रूपी हाईवे पर अपनी गाड़ी दौड़ाएं।