Faridabad NCR
जेसी बोस विश्वविद्यालय में “ऊर्जा प्रौद्योगिकियों और इसके अनुप्रयोगों” पर अल्पकालिक प्रशिक्षण समारोह मनाया गया
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 24 जनवरी। जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा ‘सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकियों और इसके अनुप्रयोगों में चुनौतियां एवं विकास’ विषय पर आयोजित एक सप्ताह का शार्ट-टर्म प्रशिक्षण कार्यक्रम (एसटीटीपी) आज प्रारंभ हो गया। यह कार्यक्रम अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा प्रायोजित है।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कुलपति श्री राज नेहरू ने की और प्रतिभागियों को कार्यशाला में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में चुनौतियों और विकास के बारे में भी बताया तथा इसके आधार पर नवीनतम अनुप्रयोगों के बारे में उल्लेख किया।
राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान, गुरुग्राम के पूर्व महानिदेशक डॉ अरुण कुमार त्रिपाठी उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने प्रतिभागियों को सौर ऊर्जा के नवीनतम रुझानों से अवगत कराया। उन्होंने सौर उद्योग की प्रगति एवं विस्तार का उल्लेख किया और सौर ऊर्जा अनुप्रयोगों के बारे में बताया।
प्रो. प्रदीप कुमार डिमरी, अध्यक्ष, इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग और प्रो. तिलक राज, संस्थानों के डीन ने भी सत्र को संबोधित किया और विषय के महत्व के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संकाय के डीन प्रो. एम.एल. अग्रवाल ने भी अपने विचार रखे।
इससे पूर्व सत्र का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के बाद सरस्वती वंदना से हुआ। डाॅ. सोनम खेरा, डाॅ. नीतू गुप्ता और डॉ नीलम तुर्क ने अतिथियों का स्वागत किया। अंत में प्रो. मुनीश वशिष्ठ ने सत्र के वक्ताओं का आभार जताया। सत्र का संचालन डॉ. रोहित त्रिपाठी, डॉ. सुनील जादव, डॉ. प्रशांत और श्री ललित राय ने किया।