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Faridabad NCR

किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है भावांतर भरपाई योजना : उपायुक्त जितेन्द्र यादव

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 31 जनवरी। उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने बताया कि जिला में भावांतर भरपाई योजना किसानों की बागवानी फसलों में प्रतिकूल मौसम व प्राकृतिक आपदाओं से नुकसान की भरपाई के लिए वरदान साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि भावांतर भरपाई योजना के तहत बागवानी किसानों के लिए यह योजना अभूतपूर्व कदम है। यह योजना किसानों को सब्जियों फलों के भाव को जोखिम मुक्त कर उन्हें फसल का उचित दाम दिलाने में कारगर साबित हो रही है। यही नहीं यह योजना किसानों को बागवानी की ओर प्रोत्साहित भी कर रही है।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार भावांतर भरपाई योजना के तहत 14 सब्जियों, चार फल व दो मसालों की खेती को शामिल किया गया है। इसमें सब्जियों में टमाटर, प्याज, आलू, गोभी, मटर, गाजर, भिंडी, घीया, करेला, बैंग,न हरी मिर्च, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी और मूली तथा फलों में आम,अमरुद,बेरव कीनू तथा मसालो में हल्दी व लहसुन शामिल है।
उन्होंने आगे बताया कि सरकार द्वारा फल सब्जियों और मसालों पर न्यूनतम आरक्षित मूल्य की निर्धारित किया गया है।
जिला उद्यान अधिकारी डॉ रमेश कुमार ने भावांतर भरपाई योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार भावांतर भरपाई योजना में फल, सब्जियों और मसालों खेती शामिल की गई है। किसानों के लिए बागवानी करने, सब्जियों और मसालों की खेती करने पर प्रतिकूल मौसम व प्राकृतिक आपदाएं इन में ओलावृष्टि, तापमान, पाला, जल के कारण बाढ़, बादल फटना, नहर व ट्रेन का टूटने से जलभराव होना, आंधी तूफान में आग लगना आदि शामिल है। जोखिमों को पूरा करने के लिए किसानों को भावांतर भरपाई योजना के तहत लाभ दिया जाता है।
 जिला उद्यान अधिकारी डॉ रमेश ने आगे बताया कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार भावांतर भरपाई योजना के तहत 14 सब्जियों, चार फल व दो मसालों की खेतीयों को शामिल किया गया है। इसमें सब्जियों में टमाटर, प्याज, आलू, गोभी, मटर, गाजर, भिंडी, घीया, करेला, बैंग,न हरी मिर्च, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी और मूली तथा फलों में आम,अमरुद,बेरव कीनू तथा मसालो में हल्दी व लहसुन शामिल है। उन्होंने आगे बताया कि सरकार द्वारा फल सब्जियों और मसालों पर न्यूनतम संरक्षित मूल्य की निर्धारित किया गया है।
डॉ रमेश ने बताया कि आलू ₹6 रुपये प्रति किलो, गोभी 7 रुपये 50 पैसे प्रति किलो, गाजर 7 रुपये प्रति किलो, मटर ₹11रुपये प्रति किलो, टमाटर ₹5 रुपये प्रति किलो, प्याज ₹6रूपये 50 पैसे प्रति किलो, शिमला मिर्च ₹9 रूपये प्रति किलो, बैंगन ₹5 रूपये प्रति किलो भिंडी ₹10 रुपये 50 पैसे प्रति किलो, घीया ₹4रुपये 50 पैसे प्रति किलो, हरी मिर्च ₹9 रुपये 50 पैसे प्रति किलो, बैंगन ₹5 रुपये प्रति किलो, करेला 13 रूपये 50 पैसे प्रति किलो, बंद गोभी ₹6 रुपये 50 पैसे प्रति किलो और मूली 45 पैसे प्रति किलो की दर सरकार द्वारा निर्धारित की गई है। इसी प्रकार फलों मे कीनू ₹11रुपये प्रति किलो, अमरुद ₹13 रुपये प्रति किलो, आम ₹19रुपये 50 पैसे प्रति किलो, बेर ₹11रुपये 50 पैसे प्रति किलो की दर संरक्षित निर्धारित की गई है। लहसुन ₹23 रुपये प्रति किलो और हल्दी ₹14 रुपये प्रति किलो संरक्षित मूल्य राशि निर्धारित की गई है।
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