Faridabad NCR
जब-जब भाजपा की सरकार आई, गरीबों पर मुसीबत आई : विजय प्रताप
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 6 फरवरी। दयाल नगर में रेलवे विभाग द्वारा लोगों को तोडऩे के नोटिस दिए जाने के बाद रविवार को दयाल नगर में तोडफ़ोड़ की कार्यवाही से बचाने के लिए स्थानीय लोगों द्वारा मीटिंग का आयोजन किया गया। मीटिंग को बडख़ल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे विजय प्रताप सिंह ने सम्बोधित किया। उन्होंने लोगों को एक कमेटी बनाकर जवाब तैयार कर रेलवे एवं हरियाणा सरकार को भेजने की बात की। विजय प्रताप ने कहा कि यहां पर मतदाता हैं, सरकारी स्कूल हैं, लोगों के पास राशन कार्ड एवं वोटर कार्ड हैं, तो तोडफ़ोड़ की कार्यवाही यहां नहीं की जानी चाहिए, मगर फिर भी कृष्णपाल गुर्जर जी यहां तोडफ़ोड़ करवाना चाहते हैं, तो हम कोर्ट में लड़ाई लड़ेंगे और लोगों को उजडऩे नहीं देंगे। विजय प्रताप ने इस मौके पर लोगों को कानून के दायरे में रहकर लड़ाई लडऩे और सभी को एकजुट रहकर अपनी ताकत दिखाने की बात की। यहां की कमेटी स्थानीय विधायक, सांसद के पास जरूर जाएं और उनके समक्ष अपनी मांग रखें, कि उनको यहां से न हटाया जाए। रेलवे अगर लोगों को यहां से हटाती भी है, तो इससे पहले इनको आशियाना दिया जाए। लोग 40-40 साल से यहां रह रहे हैं, ऐसे में बिना घर के लोग कहां जाएंगे। उन्होंने कहा कि फिर भी अगर आपकी बात नहीं सुनी जाती है, तो हम आपके हक की लड़ाई लड़ेंगे। मुझे उम्मीद है कि इनकी आत्मा जाग जाए, इनको सदबुद्धि आए और लोगों के भले के लिए काम करें। अगर ऐसा नहीं होता है, तो 24 घंटे हम आपके साथ हैं और दयालनगर को बचाना हमारा सबसे महत्वपूर्ण काम होगा। इस मौके पर विजय प्रताप सिंह ने जल्द से जल्द कमेटी बनाकर आगे की रूपरेखा तय करने और कानून के दायरे में रहकर अपने हक की लड़ाई लडऩे का आह़्वान किया। कांग्रेसी नेता ने खोरी के लोगों को उजाड़े जाने को लेकर भी भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार खोरी के लोगों की लड़ाई कोर्ट में लड़ती, तो उनके आशियाने न उजड़ते। खोरी को उजडऩे के बाद अब सरकार चाहती है कि जब खोरी टूट गया तो, दयालनगर को क्यों न तोड़ दें। उन्होंने कहा कि आज दयालनगर के लोगों पर संकट की घड़ी है और भाजपा सरकार इन ग़रीबों को उजाड़ना चाहती है विजय प्रताप ने कहा कि मोदी जी कहते थे कि 2022 तक सभी को पक्के मकान दिए जाएंगे, मगर उनके मंत्री ही गरीबों को उजाडऩे का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम विकास में बाधा नहीं बनना चाहते, मगर रेलवे को जितनी जगह चाहिए, उतनी जगह दी जाए और लोगों को न छेड़ा जाए। जिन लोगों के मकान तोड़े जाएं, उनको भी सरकार आशियाना मुहैया कराए।