Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : कांग्रेस के दिग्गज़ नेता, पूर्व सांसद व पूर्व मंत्री चौधरी खुर्शीद अहमद का सोमवार सुबह 3 बजे निधन हो गया, वो पिछले चार दिनों से बीमार थे और फरीदाबाद के एशियन अस्पताल में भर्ती थे। कई दिनों तक चली जद्दोजहद में वो आखिर जिंदगी की जंग हार गए। उन्हें सोमवार को ही नूह में दफनाया गया जिसमें मेवात सहित देश प्रदेश के हजारों लोगों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी। बता दें कि मेवात के लिए उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ, रोजगार जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम किए थे, उन्हें मेवात विकास पुरुष की संज्ञा दी जाती थी। जेबीटी नमक, नगीना कॉलेज, मेवात के सभी पीएचसी, नगीना आईटीआई, अलाफिया अस्पताल, उजीना ड्रेन, मेवात के बांध, उटावाड बहू तकनीकी संस्थान, रोजका मेव इंडस्ट्रियल एरिया, हथीन इंडस्ट्रियल एरिया, एमडीए जैसे बड़े बड़े काम किया थे।
मरहूम चौधरी खुर्शीद अहमद के बड़े बेटे
हरियाणा सीएलपी के डिप्टी लीडर व नूह विधायक आफताब अहमद को हिम्मत बंधाने राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव, राज्यसभा के नेता विपक्ष हरियाणा प्रभारी गुलाम नबी आजाद, पूर्व मुख्यमंत्री व नेता विपक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह, हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष व सांसद कुमारी शैलजा पहुंचें थे। सभी ने मरहूम चौधरी खुर्शीद अहमद को खिराजे अकीदत पेश करते हुए कहा कि प्रदेश व देश ने एक बड़ा नेता खो दिया है, उनके विकास कार्य हमेशा उनकी याद दिलाते रहेंगे। गरीब मजदूर सभी की लड़ाई लड़ने वाले नेता मरहूम चौधरी खुर्शीद अहमद ने शिक्षा के लिए विशेष काम किया था। उनके पुत्र विधायक आफताब अहमद उनके नक्शे कदम पर सही तरह से चल रहे हैं और जनसेवा में अपने वालिद की ऊंचाइयों को छूने की हर खूबी रखते हैं।
बता दें कि मरहूम चौधरी खुर्शीद अहमद पांच बार विधायक रहे, एक बार सांसद रहे थे। हरियाणा की राजनीति का उन्हें चाणक्य भी कहा जाता था। कई बार उन्होंने सरकार बनाने, गिराने का काम किया था। उनके कौशल, काबलियत का लोहा उनके पक्ष विपक्ष के सभी नेता मानते रहे हैं। उनके देहांत पर ना केवल कांग्रेस बल्कि इनेलो, बीजेपी सहित अन्य पार्टियों के नेताओं ने भी गहरा दुःख जताया है।
इस दौरान उन्हें खिराजे अकीदत पेश करने पूर्व मंत्री राव धर्मपाल, विधायक चौधरी इल्यास मुहम्मद, पूर्व मंत्री करण दलाल, पूर्व विधायक उदय भान, पूर्व विधायक ललित नागर, विधायक मामन खान, पूर्व मंत्री आजाद मुहम्मद, विधायक प्रवीण डागर, विधायक जाहिदा हुसैन, जीतेंद्र भारद्वाज, पूर्व विधायक सहिदा तावडू, पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान, पूर्व चेयरमैन गफ्फार कुरैशी, इस्राइल कोट, प्रो रतिराम, विजय प्रताप बड़कल, इकबाल जैलदार, सुभान खान सिंगार सहित सैंकड़ों नेता, शिक्षाविद, सामाजिक कार्यकर्ता, दिनी रहनुमा व हजारों लोग शामिल रहे।