Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : सांस में घुटन एवं छाती में दर्द की शिकायत को लेकर एस.एस.बी अस्पताल में आए एक 35 वर्षीय मरीज के गले के बीचोंबीच जानलेवा बनी बंद नली को डाक्टरों ने लेजर और स्टेट के जरिए खोलकर मरीज की नया जीवन दिया। यह कठिन सर्जरी अस्पताल के वरिष्ठ श्वास रोग विशेषज्ञ डा. दानिश जमाल व उनकी टीम द्वारा की गई। डा. जमाल के अनुसार मरीज जब उनके पास आए थे तो उनकी सांस की बहुत घुटन थी, परंतु शुरूआती जांच के दौरान ना तो मरीज को दमा रोग और ना ही दिल की कोई बीमारी पाई गई इसलिए अस्पताल में भर्ती कर जब मरीज की श्वास की नकली की जांच ब्रोन्कोस्कोपी) की गई, उस जांच के द्वारा पता चला कि मरीज की श्वास की नली लगभग पूरी तरह से बंद थी, सिर्फ एक छोटे से छिद्र द्वारा थोड़ी श्वास अंदर जा पा रही थी, जिस पर उन्होंने मरीज को आप्रेशन की सलाह दी। डा. दानिश ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान स्पेशल कटिंग लेजर से श्वाँस की नली को फैलाकर, वैलून से धीरे-धीरे दो बार खोला जायेगा और सफलतापूर्वक खास सीलिकोन मैटेलिक स्टेंट लगाकर पूरी तरह श्वास की नली को गले से खोल जायेगा। उनको बताया गया कि ऑपरेशन के बाद आपकी यह समस्या दूर हो जायेगी। इस ऑपरेशन को डा. दानिश जमाल, ओ.टी. और एनेस्थीसिया टीम ने साथ मिलकर किया। ऑपरेशन के बाद मरीज को पूरी तरह से राहत मिल गई। डा. दानिश जमाल ने बताया कि फरीदाबाद जिले में यह सर्जरी प्रथम बार की गई है, जबकि इससे पूर्व वह यह आप्रेशन दिल्ली एनसीआर में करते आए है। एस.एस.बी. अस्पताल के डायरेक्टर एवं वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. एस.एस. बंसल ने इस सफल सर्जरी पर डा. दानिश व उनकी चिकित्सा टीम को बधाई देते हुए कहा कि एस.एस.बी. अस्पताल चिकित्सा क्षेत्र में नित-नए आयाम स्थापित कर रहा है और अस्पताल का उद्देश्य एक ही छत के नीचे लोगों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाना है और इसी प्रयास में वह और उनके डाक्टर जुटे रहते है।