Faridabad NCR
सूरजकुंड अंतर राष्ट्रीय शिल्प मेले में खादी से जुड़े प्रोडक्ट बने स्टेटस सिंबल
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 01 अप्रैल। जिस खादी ने देश के स्वाधीनता संग्राम के उस दौर में आमजन मे स्वावलम्बी होने की लौ जलाई थी, वही खादी आज आजादी के 75 वे अमृत महोत्सव में आम जन के बीच स्टेटस सिंबल बन चुकी है। 35 वे सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्त शिल्प मेले में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के सहयोग से खादी ग्रामोद्योग द्वारा लगाई गई स्टाल नंबर 809 पर जमा भीड़ इस बात की तस्दीक करती है की आधुनिकता की इस दौड़ में खादी का आज भी कोई सानी नहीं है।
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खादी उत्पादों की विशेष डिमांड
खादी बोर्ड की देखरेख में चल रही स्टाल पर हरियाणा के जिला जींद और पानीपत की अलग-अलग यूनिटों द्वारातैयार प्रोडक्ट रखे गए हैं, जिन पर हर पर्यटक की नजर पड़ रही है। मेले में आने वाले पर्यटक न केवल खादी ग्रामोद्योग से तैयार उत्पादो की खरीदारी कर रहे हैं, साथ ही प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की जानकारी भी ले रहे हैं, उनके मन में भी अपना रोजगार शुरू करने की झलक साफ साफ दिखाई दे रही है। जींद के गांव उचाना निवासी यूनिट संचालक प्रदीप कुमार ने बताया कि खादी बोर्ड के सहयोग से उन्होंने फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाई है, जिसमें उन्होंने आचार,मुरब्बा, जूस, चटनी,मंजन, पेस्ट,धूप,साबुन सहित अनेक वैरायटी के प्रोडक्ट्स तैयार किए गए हैं,जिनकी मेले में खूब डिमांड हो रही है।
वही पानीपत में श्री कृष्ण हैंडलूम की संचालक सुदेश कुमारी ने बताया कि उनकी यूनिट द्वारा कारपेट, दरी, सहित विभिन्न प्रकार के आधा दर्जन आइटम तैयार किये जाते हैं। मेला में राउंड और चकोर दरी की खासी डिमांड है।
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खादी यूनिट लगाने के लिए 25 लाख तक ऋण की सुविधा
खादी बोर्ड के जिला अधिकारी अनिल दलाल कहते हैं कि हर बेरोजगार को प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षित करते हुए यूनिट लगाने के लिए 25 लाख रुपये तक लोन देने की सुविधा प्रदान की गई है, जिसमें 25 से 35 प्रतिशत सब्सिडी का भी प्रावधान है। सरकार की सोच है कि इस योजना के माध्यम से बेरोजगार युवकों के लिए रोजगार का मांर्ग प्रसस्त होगा,साथ ही हर हाथ को काम भी मिल पाएगा।