Faridabad NCR
वाहन चोरों के खिलाफ क्राइम ब्रांच 85 की बड़ी कामयाबी, चार आरोपियों को किया गिरफ्तार
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी क्राइम नरेंद्र कादयान द्वारा चोरी की वारदातों में संलिप्त आरोपियों की धरपकड़ करके चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने के दिशा निर्देश के तहत कार्य करते हुए क्राइम ब्रांच 85 प्रभारी जोगिंदर सिंह की टीम ने वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में विष्णु, दीपक, सुरेश तथा हेमराज उर्फ आकाश का नाम शामिल है। आरोपी विष्णु तथा हेमराज फरीदाबाद के निवासी है वहीं दीपक तथा सुरेश पलवल के रहने वाले हैं। क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूत्रों व तकनीकी की सहायता से आरोपी विष्णु कथा हेमराज को देसी कट्टे सहित पुलिस थाना सेक्टर 8 एरिया से दिनांक 16 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ अवैध हथियार अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके पूछताछ शुरू की गई जिसमें आरोपियों ने चोरी की गई 15 वारदातों के बारे में खुलासा किया। क्राइम ब्रांच प्रभारी उप निरीक्षक जोगिंदर ने मामले में गहनता से जांच के लिए पुलिस टीम गठित की जिसमें एसआई भगत, हवलदार विक्रम, सिपाही हरकेश, सतीश तथा सोनू को शामिल किया गया। आरोपियों को अदालत में पेश करके 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि चोरी की इन वारदातों में उनके साथ आरोपी दीपक और सुरेश भी शामिल हैं जिन्हें वह चोरी की मोटरसाइकिल सप्लाई करते थे। इसके पश्चात आरोपियों की निशानदेही पर आरोपी दीपक और सुरेश को भी गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने फरीदाबाद से 14 मोटरसाइकिल तथा 01 स्कूटी चोरी की थी। आरोपियों के खिलाफ चोरी की धाराओं के तहत पुलिस थाना सिटी बल्लभगढ़ में 05, थाना सेंट्रल में 04, आदर्श नगर तथा सेक्टर 8 में 02-02, सेक्टर 31 तथा एसजीएम नगर का एक एक मुकदमा शामिल है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लॉकडाउन में उनकी नौकरी चली गई थी और अपने शौक पूरा करने तथा घर का खर्च चलाने के लिए उन्होंने मोटरसाइकिल चोरी की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया। आरोपियों की निशानदेही पर उनके कब्जे से 01 स्कूटी तथा 14 मोटरसाइकिल बरामद किए गए जिसमें से 13 स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल शामिल हैं। आरोपियों ने बताया कि उनके पास एक मास्टर की जैसी ही चाबी है जिसकी वजह से स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल का लॉक आसानी से खुल जाता है। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में दोबारा पेश करके जेल भेज दिया गया है।