Faridabad NCR
श्री सिद्धदाता आश्रम में हजारों कलश के साथ ब्रह्मोत्सव संपन्न
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : श्री सिद्धदाता आश्रम का पांच दिवसीय ब्रह्मोत्सव विशाल शोभायात्रा के साथ संपन्न हो गया। इस शोभायात्रा के बाद दिए प्रवचन में अधिष्ठाता जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने कहा कि जो सिद्धदाता को मानेगा, सिद्धदाता उसके सब काम बनाएगा।
उन्होंने कहा कि सिद्धों को भी देने वाले का नाम सिद्धदाता है। यह सिद्धदाता का निवास ही सिद्धदाता आश्रम है। यहां जो जिस भाव से आता है, उस हिसाब से उसे धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। स्वामीजी ने कहा कि यहां आने वाले को मुक्ति की चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि हमारे भाष्यकार रामानुज स्वामी ने भगवान श्रीमन नारायण से इस बारे में वचन लिया हुआ है।
यहां आरा बिहार से आए जगदगुरु स्वामी ज्योतिनारायणाचार्य जी ने कहा कि भगवान नारायण के इस दिव्यस्थल पर आने वालों के जीवन में सभी प्रकार के सांसारिक द्रव्य और शांति प्राप्त होती है। इसका मैं स्वयं साक्षी हूं। मैं काफी समय से यहां आता हूं और बड़े गुरु महाराज के समय से देख रहा हूं। उन्होंने सभी को अपनी आस्था अक्षुण्ण बनाने की बात कही। वहीं वृंदावन बड़ा खटला से आए स्वामी रामेश्वराचार्य जी महाराज ने कहा कि श्री सिद्धदाता आश्रम द्वारा आयोजित इतना विशाल ब्रह्मोत्सव सामान्य रूप से कहीं देखने को नहीं मिलता है। इसमें निश्चित रूप से भगवान और गुरु की कृपा है लेकिन भक्तों का भी भाव है। उन्होंने कहा कि अपने भावों को बनाए रखें, आप लोगों पर अनंत काल तक यह दिव्यधाम कृपा करता रहेगा। इससे पहले आयोजित शोभायात्रा भगवान नारायण के रथ के साथ हजारों भक्त नाचते गाते झूमते शामिल हुए। हजारों की संख्या में महिलाओं ने सिर पर कलश लेकर यात्रा में भागीदारी की। घोड़ों और पालकियों पर सवार संत गण सैकड़ों झंडों के साथ चलते हुए अद्वितीय लग रहे थे। श्री गुरु महाराज ने सुंदर और व्यवस्थित आयोजन में भागीदारी करने पर सभी कार्यकर्ताओं एवं भक्तों को शुभाशीर्वाद प्रदान किया। इस अवसर पर अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी लोगों का मन मोह लिया। देर रात तक चले कार्यक्रम में हजारों भक्तों ने भागीदारी की और भोजन प्रसाद प्राप्त किया।