Faridabad NCR
आंकड़ों की बाजीगरी कर जनता को गुमराह कर रही मोदी सरकार : अभिलाष नागर
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : कोरोना महामारी में अकाल अपनी मौत गंवाने वालों की संख्या को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी आंकड़ों ने केंद्र की मोदी सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिया है। जो आंकड़े डब्ल्यूएचओ ने प्रस्तुत किए है उसकी संख्या केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए आंकड़ों से कई गुणा ज्यादा है, इससे साबित होता है कि मोदी सरकार ने आंकड़ों की बाजीगरी कर जनता को गुमराह करने का काम किया है। उक्त वक्तव्य फरीदाबाद युवा कांग्रेस (ग्रामीण) जिला अध्यक्ष अभिलाष नागर ने यहां जारी प्रेस बयान में व्यक्त किए। उन्होंने डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत मे कोरोना से 47 लाख भारतीयों की मौत हुई, न कि भारत सरकार के मुताबिक 4.8 लाख लोगों की। डब्ल्यूएचओ द्वारा जो आंकड़े जारी किए गए है वो सत्य है और मोदी सरकार के झूठ का पर्दाफाश करने वाले है और इन आंकड़ों के उजागर होने के बाद सरकार के नुमाइंदे पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है। अभिलाष नागर ने कहा कि अपनी नाकामी को छुपाने के लिए सरकार डब्ल्यूएचओ द्वारा कोरोनो महामारी से भारत में हुई मृत्यु को लेकर जारी किए गए वैज्ञानिक तरीके से एकत्रित किए गए प्रमाणित आंकड़ों को गलत करार दे रही है जबकि डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी आंकड़े बिल्कुल सही और सटीक है । उन्होंने कहा कि आंकड़ो को छपने से रोकने और झूठ बोलने से सच्चाई दूर नहीं की जा सकती । आज केंद्र सरकार को देश में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार की आवश्यकता है जिससे कि आम आदमी को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके । अभिलाष नागर ने कहा कि सम्पूर्ण देश कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भयावह स्थिति में था, उस दौरान आक्सीजन की कमी के चलते लोग दम तोड़ रहे थे, अस्पतालों में बैड उपलब्ध नहीं थे,मरीज अस्पतालों के बाहर इलाज करवाने को मजबूर थे और इतना ही नहीं बल्कि जब कोरोना के कारण मरने से नदी किनारे लाशों के ढेर लगे हुए थे लेकिन उन लाशों का कोई अंतिम संस्कार करने वाला नहीं था । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को गलत आंकड़े पेश करने पर जहां देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए वहीं कोरोना महामारी में जिन परिवारों ने अपनों को खोया है उनकी अधिक से अधिक आर्थिक मदद करके सरकार उनको राहत प्रदान करने का काम करना चाहिए।