Faridabad NCR
अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत स्टूडेंट पुलिस कैडेट ने विद्यार्थियों को भ्रूण हत्या, दहेज उत्पीड़न, साइबर, यातायात नियमों तथा गुड व बेड टच के बारे में किया जागरूक
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : अमृत महोत्सव के अंतर्गत नशे के दुष्परिणाम, भ्रूण हत्या, दहेज उत्पीड़न, साइबर आदि अपराधों और यातायात नियमों के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करने का कर्यक्रम डीसीपी मुख्याल श्री नीतिश अग्रवाल के दिशा निर्देशो पर स्टूडेंट पुलिस कैडेट सेल प्रभारी इंस्पेक्टर सविता के नेतृत्व चलाया गया है। जिन्होनें आज धौज के स्कूल हेरीटेज ग्लोबल में पहुंचकर विद्यार्थियों महिला विरुद्ध अपराधों के बारे में जागरूक करते हुए यातायात के नियमों के प्रति भी जागरुग किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि हेरीटेज ग्लोबल स्कूल धौज के सभागार में सभी छात्राओं को भ्रूण हत्या, दहेज उत्पीड़न, साइबर, यातायात नियमों तथा गुड व बेड टच के प्रति जागरुक करने का काम कर रही है। उन्होंने छात्राओं को जागरूक करते हुए कहा कि महिलाओं का कार्य केवल घर तक ही सीमित नहीं है बल्कि वह पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस समाज निर्माण में अपना योगदान दे सकती हैं। बहुत सी महिलाएं शिक्षा के अभाव में शोषण का शिकार होती हैं क्योंकि उन्हें इस समाज और अपने रिश्तेदारों में अपनी बदनामी का डर रहता है। एक पति शराब पीकर अपनी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार करता है उसके साथ मारपीट करता है और उसे बहुत ही अति भद्दी गालियां भी देता है परंतु पत्नी इन सब को सिर्फ इसलिए सहन करती है कि यदि उसने अपने पति के खिलाफ कुछ भी बोला या कोई भी कार्य किया तो उसका पति वापिस उसे छोड़ देगा और उसे वापस अपने मायके जाना पड़ेगा इसी वजह से महिलाएं शोषण का शिकार होती हैं और अपने अधिकारों जागरूकता के अभाव में पूरी उम्र दबाव में व्यतीत कर दी हैं। उन्होंने बताया कि एक पढ़ी-लिखी नारी अपने अधिकारों को जानती है और वह किसी भी प्रकार के शोषण के विरुद्ध अपनी आवाज उठाने में असमर्थ होती है इसलिए आवश्यक है कि प्रत्येक बच्चे को अपने अधिकारों का ज्ञान होना चाहिए ताकि वह इस समाज की बुराइयों से लड़ सके और अपने हक के लिए आवाज उठा सकें।
उन्होंने बताया कि विद्यार्थी इस सामाजिक जीवन में अपने आसपास दहेज प्रथा को देखते हैं बड़े होकर इसी को आगे बढ़ाते हैं क्योंकि उन्हें इस बात का ज्ञान नहीं होता कि दहेज लेना कानूनन अपराध है। इसलिए सभी विद्यार्थी अपने आने वाले भविष्य में दहेज प्रथा के विरुद्ध खड़े हों तथा समाज में दहेज की कुप्रथा को खत्म करने में अपना अहम योगदान दें। इसके साथ ही विद्यार्थियों को गुड व बैड टच के बारे में जागरूक करते हुए उन्हें बताया कि यदि कोई भी व्यक्ति ने गलत तरीके से स्पर्श करने की कोशिश करता है तो उसके बारे में अपने परिजनों को बताएं क्योंकि यदि वह इसका विरोध नहीं करेंगे वह फिर से उनके साथ गलत हरकत करने की कोशिश करेगा। उन्होंने बताया कि पहले इस बात के बारे में बहुत कम जानकारी होती थी कि गुड टच बैड टच क्या होता है परंतु आजकल इसके प्रति जागरूकता अभियान चलाकर विद्यार्थियों को इसकी जानकारी दी जा रही है इसलिए यदि कोई भी व्यक्ति उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश करता है तो चुप रहकर इसे सहन करने की कोशिश ना करें क्योंकि यह आगे चलकर उनके शोषण का कारण बन सकता है। इसलिए इसके विरुद्ध एकजुट होकर लड़ाई लड़ें ताकि समाज में महिला सुरक्षा को बढ़ावा दिया जा सके।
नारकोटिक्स टीम द्वारा छात्राओं को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया गया जिसमें पुलिसकर्मियों ने उन्हें बताया कि नशे का सेवन करना न केवल शरीर के लिए हानिकारक बल्कि यह हमारे मस्तिष्क के साथ समय और धन की भी हानि होती है। इसके पश्चात यातायात नियमों के बारे में बच्चों को जागरूक करते हुए ट्रैफिक ताऊ ने उन्हें यातायात नियमों का पालन करने के बारे में जागरूक करते हुए कहा कि सड़क पर यात्रा करते समय सीट बेल्ट, हेलमेट इत्यादि सभी सुरक्षा उपकरण पहनना जरूरी है और तेज गति में वाहन बिल्कुल ना चलाएं क्योंकि इसकी वजह से सड़क दुर्घटना घटित हो सकती है। साइबर अपराधों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आजकल बच्चे मोबाइल फोन का बहुत ज्यादा उपयोग करते हैं परंतु जानकारी के अभाव में कई बार वह साइबर अपराधियों द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक कर देते हैं जिसकी वजह से उनके या उनके माता-पिता के बैंक खाते से बहुत बड़ी रकम साइबर ठगों के पास चली जाती है। इसलिए मोबाइल फोन का प्रयोग करते समय यह ध्यान रखें कि किसी भी प्रकार के लिंक पर क्लिक ना करें तथा साइबर अपराध के प्रति जागरूक होकर अपने साथियों को भी साइबर अपराधियों के जाल में फंसने से बचाएं।
दुर्गा शक्ति की टीम ने सेल्फ सुरक्षा का डेमो देकर छात्राओं को जागरुक किया। अगर आप अकेले है तो कैसे अपना बचाव करना है। बचाव के बाद तुरंत पुलिस से सम्पर्क कर सकते है।
इंस्पेक्टर सविता ने बताया कि महिला तथा बच्चों की सुरक्षा के लिए पुलिस द्वारा 1091 तथा 1098 नंबर जारी किया गया है तथा इसके साथ ही डायल 112 प्रोजेक्ट भी शुरू किया जा चुका है जिस पर संपर्क करके आप महिला विरुद्ध होने वाले अपराधों के बारे में पुलिस को सूचित कर सकते हैं। इसके अलावा विद्यार्थियों के मोबाइल में दुर्गा शक्ति एप को डाउनलोड करवाकर इसके बारे में विद्यार्थियों को इसके बारे में जागरूक किया और बताया कि वह किस प्रकार इसका उपयोग करके पुलिस को सूचित कर सकते हैं।पुलिस द्वारा सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई की जाएगी और अपराधी को जल्द से जल्द सजा दिलवाकर पीड़ित को न्याय दिलवाया जाएगा।
इसके साथ ही उन्होने बच्चों के फोन में दुर्गाशक्ति एप को डाउनलोड कराकर और डॉयल 112 का डमो दिया।