Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डी.ए.वी शताब्दी महाविद्यालय, फरीदाबाद में विज्ञान विभाग व सांइस गैलक्सी द्वारा “कौशल भारत की परियोजन आधारित शिक्षा” पर एक अभिभाषण का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता प्रोफेसर डॉ. प्रदीप कुमार वारशनै, डीन, व्यवहारिक विज्ञान और नवाचार एवं अनुसंधान, मानव रचना विश्वविद्यालय, फरीदाबाद रहे उन्होंने उद्योग और कौशल उन्मुख के क्षेत्र में घटकों को परिवर्तित करना व चुनौतियों को सरल माध्यम से सुलझाना बताया। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि हर रोज़ छात्रों में नया कौशल विकसित करना और उनकी दैनिक समस्याओं का समाधान करना बहुत ही आवश्यक है। उन्होंने इसके लिए उच्च स्तर के कौशल में सहयोग करने के लिए कहा और इस माध्यम से छात्र पेटीएम, फ्लिपकार्ट जैसी दिग्गज कंपनियों के मालिक भी बन सकते हैं। उन्होंने छात्रों को IPR, Startup व copyright के विषय में भी विस्तार पूर्वक बताया। सेमिनार में मानव रचना विश्वविद्यालय, फरीदाबाद से डॉ. भावना मेहता, गणित विभाग, भी उपस्थिति रही। प्राचार्य डॉ सविता भगत ने छात्रों को स्किल्स डेवलप करने के लिए प्रेरित किया। डा प्रिया कपूर, डीन के दिशा निर्देशों द्वारा कार्यक्रम का संचालन सुजाता लखोटिया व प्रिया गर्ग, सहायक प्राध्यापक ने किया और साथ ही विज्ञान विभाग के सभी प्राध्यापकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम में लगभग 90 छात्रों ने भाग लिया।