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Faridabad NCR

जे.सी. बोस विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों के लिए ‘रोजगार संगोष्ठी’ का आयोजन

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 18 मई। छात्रों के कौशल और रोजगार क्षमता को बढ़ाने के लिए जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा आज एक ‘रोजगार संगोष्ठी’ का आयोजन किया। संगोष्ठी का आयोजन विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन फाउंडेशन, रोजगार एवं प्रशिक्षण कार्यालय तथा इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल के सहयोग से किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई और डीन प्लेसमेंट, एलुमनाई एंड कॉरपोरेट अफेयर्स प्रो. विक्रम सिंह ने कार्यक्रम एवं वक्ताओं का परिचय प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग ने की। इंडसइंड बैंक के वाइस प्रेजीडेंट श्री मनवीत सिंह, डीबी टेक लिमिटेड के सीटीओ श्री गौरव शर्मा, रोजगार विशेषज्ञ श्री संजीव वशिष्ठ और वार्ता टेक के सह-संस्थापक श्री ललित फौजदार सत्र में विशेषज्ञ वक्ता थे। इस अवसर पर इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल के अध्यक्ष प्रो. लखविंदर सिंह और प्रशिक्षण एवं नियोजन अधिकारी प्रो. संजीव कुमार भी उपस्थित थे।
कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्रों को अपने विचारों का आदान-प्रदान करने, रोजगार पर समझ में सुधार करने और भविष्य की करियर जरूरतों की पहचान करने का अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों सेऐसे कार्यक्रमों का लाभ उठाने का आह्वान किया।
अपने संबोधन में प्रो. विक्रम ने विद्याथियों के कौशल और रोजगार में सुधार के लिए विश्वविद्यालय द्वारा की गई पहलों के बारे में बताया। संस्थान के सफल उद्यमी पूर्व छात्र के नामों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय एक डिप्लोमा संस्थान के रूप में अपनी स्थापना के बाद से ही कौशल और उद्यमिता को बढ़ावा देने में अग्रणी रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का ध्यान कौशल विकास पर अधिक है और छात्रों को उनके कौशल में सुधार के लिए अधिक से अधिक अवसर देने का प्रयास किया जा रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग ने विद्याथियों को एक सफल करियर के लिए अपनी रोजगार क्षमता में सुधार करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि रोजगार का मतलब अच्छी नौकरी पाना नहीं है बल्कि यह उद्यमिता कौशल से ज्यादा जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का फोकस रोजगार योग्य युवाओं को तैयार करने के लिए व्यावसायिक और कौशल शिक्षा पर है।
विशेषज्ञ वार्ता में आमंत्रित वक्ताओं ने छात्रों को उनके रोजगार कौशल और प्रौद्योगिकी में रोजगारपरकता पर मार्गदर्शन किया। विशेषज्ञों ने छात्रों को तकनीकी कौशल प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जो वर्तमान समय में रोजगार के लिए एक अत्यंत आवश्यकता है।
कार्यक्रम के अंतिम सत्र में रोजगार योग्यता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने के लिए एक प्रश्न-उत्तर सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें विशेषज्ञ पैनलिस्टों द्वारा विद्यार्थियों के प्रश्नों का उत्तर दिया। सत्र का संचालन विश्वविद्यालय के बिजनेस टेक्नोलॉजी इनक्यूबेशन सेंटर के प्रमुख श्री अजय शर्मा द्वारा किया गया। प्रशिक्षण एवं नियोजन अधिकारी प्रो. संजीव कुमार ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रशांत, डॉ सपना तनेजा, डॉ भावना, डॉ सपना गंभीर और डॉ पारुल तोमर ने किया।

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