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Faridabad NCR

अमृत महोत्सव के अंतर्गत स्टूडेंट पुलिस कैडेट ने बच्चों को सड़क सुरक्षा संबंधित किताबें वितरित करते हुए सड़क दुर्घटनाओं से बचाव के लिए किया प्रेरित

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के दिशा निर्देश के तहत कार्य करते हुए स्टूडेंट पुलिस कैडेट प्रभारी इंस्पेक्टर सविता की अगुवाई में फरीदाबाद के गांव सीही स्थित सरकारी स्कूल पहुंचकर छात्र छात्राओं को सड़क दुर्घटनाओं के प्रति जागरूक करते हुए किताबें वितरित की। इस अवसर पर उनके साथ ट्रैफिक ताऊ विरेंद्र तथा दुर्गा शक्ति की टीम मौजूद रही। वहीं स्कूल की तरफ से दुर्घटना प्रिंसिपल रमेश चंद्र तथा शिक्षक नीरज, भारती गोयल, दिशा शालिनी, प्रियंका, सुमन, सोनी तथा मीनाक्षी भी उपस्थित रहे।

पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इंस्पेक्टर सविता की टीम ने स्कूल में पहुंचकर वहां पर मौजूद छात्र छात्राओं को सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक किया और बताया कि किशोरावस्था में नवयुवकों के अंदर बहुत ज्यादा जोश रहता है जिसकी वजह से वह हर काम जल्दी-जल्दी पूरा करना चाहते हैं और इसीलिए सड़क पर यात्रा करते समय वह बहुत तेज स्पीड में वाहनों को चलाते हैं और सड़क सुरक्षा यंत्रों का उपयोग भी नहीं करते। नवयुवक सड़क सुरक्षा नियमों का पालन न करने की वजह से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में बिल्कुल नहीं सोचते और अपनी मर्जी से वाहनों को सड़कों पर दौड़ते हैं जिसकी वजह से गंभीर सड़क दुर्घटनाएं घटित हो सकती हैं। इस प्रकार की सड़क दुर्घटनाओं में वाहन चालक तथा उसके साथ बैठे उसके साथी को गंभीर चोट पहुंच सकती है और कई बार तो चोट इतनी गहरी होती है जिसकी वजह से उनकी जान तक चली जाती है। इंस्पेक्टर सविता ने बताया कि बच्चों की लापरवाही की वजह से उनके माता पिता को अनेक मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। सड़क दुर्घटना में घायल होकर जब कोई किशोर अस्पताल पहुंचता है तो उनके माता-पिता को बहुत अधिक चिंता होती है। माता-पिता अपना सारा काम छोड़ कर अपने बच्चों की देखभाल में लग जाते हैं जिसकी वजह से उनके अन्य काम अधूरे रह जाते हैं। दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति को स्वस्थ होने में बहुत अधिक समय लग जाता है और इस समय के दौरान वह लगभग सभी कार्यों को करने में असमर्थ होता है। खेलने खाने की उम्र में जब नवयुवक दुर्घटना का शिकार होते है तो उनके मानसिक संतुलन पर भी असर पड़ता है और वह अपने साथ खेलने पढ़ने वाले बच्चों से बिछड़ जाते हैं। सड़क दुर्घटनाओं के कारण मनुष्य को न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचता है बल्कि शारीरिक और मानसिक परेशानियां भी उसे हर तरफ से घेर लेती हैं। इसीलिए सड़क पर यात्रा करते समय वह सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें ताकि वह अपने साथ साथ दूसरों को भी हानि होने से बचा सके।

अंत में पुलिस से संपर्क करने के माध्यमों के बारे में बच्चों को जागरूक करते हुए पुलिस टीम ने बताया कि वह किसी भी प्रकार के अपराध की सूचना 112 पर दे सकते हैं। इसके अलावा महिला हेल्पलाइन 1091, साइबर अपराधों से संबंधित शिकायतें 1930 और बच्चों से संबंधित किसी भी अपराध के लिए वह 1098 पर संपर्क कर सकते हैं। इसी के साथ इस जागरूकता कैंपेन का समापन किया गया जिसमें बच्चों द्वारा पूरी पुलिस टीम का तहे दिल से धन्यवाद किया।

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